कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर के लक्ष्मीबाई शारीरिक प्रशिक्षण संस्थान से पीएचडी के छात्र अजीत सिंह यादव का चयन टोक्यो पैरा ओलंपिक के लिए हुआ है. अजीत सिंह जेवलिन थ्रोअर हैं. इसके पहले भी वह कई इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं.

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बता दें कि दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुए ट्रायल में अजीत यादव ने एफ-46 कैटेगरी में 63.96 मीटर जैवलिन थ्रो फेंक कर ओलंपिक का टिकट फाइनल कर लिया है. एथलीट अजीत सिंह का यहां तक का सफर बेहद ही संघर्ष भरा रहा. 2017 तक अजीत सिंह एक बेहतरीन खिलाड़ी हुआ करते थे, लेकिन 2017 में अपने दोस्त को ट्रेन हादसे से बचाते हुए उनका एक हाथ कट गया था. जिसके बाद उन्हें लंबे समय तक परेशानियों से जूझना पड़ा.

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वहीं हादसे के बाद कॉलेज प्रबंधन यह मान चुका था कि शायद अब कभी अजीत सिंह की इस गेम में वापसी नहीं होगी, लेकिन अजीत सिंह ने हार नहीं मानी और वापस कॉलेज पहुंचकर एक बार फिर जैवलिन थ्रो में हाथ आजमाना शुरू कर दिया. उनकी लगन और मेहनत का नतीजा है कि आज उनका चयन हुआ है. एमपी की ओर से पैरा ओलंपिक में चयन होने वाले अजीत सिंह पहले खिलाड़ी बन गए हैं. अजीत सिंह की सफलता से न केवल कॉलेज प्रबंधन बल्कि पूरा ग्वालियर उन पर गर्व कर रहा है. अजीत सिंह मूलत उत्तर प्रदेश इटावा जिले के रहने वाले हैं.

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