न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर. मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में पुलिस महकमे में एक बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की गई है. पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान ने उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है, जो पिछले पांच वर्षों से एक ही थाने में जमे हुए थे. विभागीय संतुलन और कार्यक्षमता बढ़ाने की दिशा में उठाए गए इस कदम में जिले के विभिन्न थानों में पदस्थ 112 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है.

इस तबादला सूची में 3 उप निरीक्षक (SI), 33 सहायक उप निरीक्षक (ASI), 40 प्रधान आरक्षक और 36 आरक्षक शामिल हैं. सभी को अस्थायी रूप से जिले के अन्य थानों और चौकियों में भेजा गया है. यह कदम प्रभारी मंत्री के परामर्श और विभागीय नियमों के अनुरूप पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है.

जनता से जुड़ाव नहीं, जवाबदेही जरूरी

एसपी मोती उर रहमान ने स्पष्ट किया कि लंबे समय से एक ही जगह तैनात अधिकारी-कर्मचारियों का जनता से जरूरत से ज्यादा ‘सामाजिक जुड़ाव’ कार्यशैली में निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है. ऐसे में तबादले जरूरी थे, ताकि जनता को निर्भीक, निष्पक्ष और प्रभावी पुलिसिंग मिल सके.

हर साल होगी समीक्षा

सूत्रों के मुताबिक, यह प्रशासनिक फेरबदल अब एक स्थायी प्रक्रिया का हिस्सा बनेगा. जिले में अब नियमित रूप से उन अधिकारियों-कर्मचारियों की कार्यकाल समीक्षा होगी. जो सालों से एक ही स्थान पर जमे हुए हैं.

क्लीनअप से बदलेगा थाना कल्चर

विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के निर्णय से थानों में नई ऊर्जा, जवाबदेही और अनुशासन का माहौल बनेगा. साथ ही स्थानीय दबाव, राजनीतिक हस्तक्षेप और अंतर्कलह जैसी पुरानी समस्याएं भी कम होंगी.

पुलिसिंग को नई धार देने की कोशिश

यह कदम सिर्फ ट्रांसफर की कार्यवाही नहीं, बल्कि जिले की पुलिसिंग को नई धार देने की पहल है. अब अनूपपुर पुलिस महकमा और अधिक प्रभावी, सजग और संवेदनशील बन सकेगा.

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