अमित कोड़ले, बैतूल। मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा दुरुस्त होने के लाख दावे किए जाएं, लेकिन किसी न किसी जिले से इसकी हकीकत आए दिन सामने आ ही जाती है। ताजा मामला बैतूल का है, जहां पर सड़क नहीं होने की वजह से एक एंबुलेंस गांव के अंदर तक नहीं पहुंच सकी। जिसके बाद ग्रामीणों को गर्भवती महिला को खटिया पर लादकर आधा किलोमीटर पैदल चलकर एंबुलेंस तक पहुंचाना पड़ा।

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दरअसल, मौखामाल छितरीबढ़ गांव में आज रविवार को दीना काकोडिया की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर 108 एंबुलेंस में कॉल किया था। एंबुलेंस गांव पहुंची भी थी, लेकिन दीना के घर तक कच्ची सड़क पर कीचड़ हो जाने के कारण वाहन घर तक नहीं पहुंच सका। जिसके कारण परिजनों ने गर्भवती महिला को खटिया पर लादकर एंबुलेंस तक पहुंचाया। 

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गर्भवती को शाहपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में महिला की डिलीवरी हो गई। बता दें कि यह कोई पहला, दूसरा या तीसरा मामला नहीं है, जब इस तरह किसी गर्भवती को सड़क के अभाव की वजह से खटिया के भरोसे एंबुलेंस तक पहुंचाया गया है। पहले भी कई जिलों से ऐसे ही वीडियो सामने आए हैं। लेकिन फिर भी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। अब न जाने कब गर्भवती महिलाओं या बुजुर्गों को इस तरह खटिया के भरोसे ही रहना पड़ेगा। 

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