कुमार इंदर,जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने सरबजीत सिंह मोखा को जिला अध्यक्ष प से हटा दिया गया है. यह निर्णय विहिप की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया.

500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए जाने के आरोप
बता दें कि सरबजीत सिंह मोखा शहर के सिटी हॉस्पिटल का संचालक है. इस अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लगभग 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए जाने के आरोप लगे हैं. वहीं इस मामले में संचालक मोखा को पुलिस ने आरोपी बनाया है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विहिप ने यह कड़ा कदम उठाया है. विहिप द्वारा किसी जिला अध्यक्ष को पद हटाए जाने का यह संभवत: प्रदेश का पहला मामला है.

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बता दें कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन में से कुछ का इस्तेमाल जबलपुर में होने की बात सामने आने पर गुजरात पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए जबलपुर स्थित भगवती फार्मा सेल्स के मालिक सपन जैन को गिरफ्तार किया. इस दौरान पुलिस को जबलपुर सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा और अस्पताल में दवा सप्लाई का काम देखने वाले मैनेजर देवेश चौरसिया की संलिप्तता की जानकारी मिली.

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आरोपियों पर एफआईआर दर्ज
इन पुख्ता सबूतों के हाथ लगते ही पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर सिटी अस्पताल के संचालक बिल्डर सरबजीत सिंह मोखा, सिटी अस्पताल के मैनेजर देवेश चौरसिया और सपन जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी की धारा 420, 274, 275, 308 समेत 120 ए, 53 आपदा प्रबंधन, महामारी अधिनियम की तमाम धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

सरबजीत सिंह मोखा फरार

इस पूरे मामले में ओमती थाना पुलिस ने कई धाराओं के तहत मामला दर्ज सपन जैन और देवेन्द्र चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन पुलिस के अस्पताल पहुंचने से पहले सरबजीत सिंह मोखा फरार हो गया. जिसकी गिरफ्तारी की कोशिश जारी है.

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