कुमार इंदर, जबलपुर. गोंडवाना वंश के राजा शंकर शाह और बेटे कुवर रघुनाथ शाह के शिला पट्टिका को लेकर अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है. दोनों राजाओं के शहीद स्थल पर शिला लेख पट्टिका लगाई गई थी, लेकिन गोंडवाना वंश के राजा ना लिखने को लेकर विवाद छिड़ गया है.
गढ़ा गोंडवाना संरक्षण संघ जबलपुर ने कहा है कि दोनों राजाओं के शहीद स्थल पर लगी पहले की पट्टिका में गोंडवाना वंश के शदीद राजा शंकर शाह और बेटे कुंवर रघुनाथ शाह लिखा गया था, जिसे बदलकर अब केवल शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह कर दिया गया है, जो कि बेहद आपत्तिजनक है. लिहाजा अब शहीद स्थल पर लगी शिला पट्टिका को बदलने की मांग हो रही है. इस बात को लेकर प्रशासन और गढ़ा गोंडवाना संरक्षण संघ के बीच काफी लंबी बातचीत हुई. काफी देर की चर्चा के बाद नई शिला पट्टिका बदलने पर सहमति बनी है.
आज का जबलपुर पहले था गोंडवाना राज
दरअसल वर्तमान का जबलपुर और मंडला क्षेत्र पहले गोंडवाना वंश के राजाओं का राज हुआ करता था. लेकिन अंग्रेजों द्वारा गोंडवाना वंश के मंडला में बने किले पर कब्जा करने और आजादी के बाद इस रीयासत का विलय करने के बाद गोंडवाना वंश का अंत हो गया. बाद में यह क्षेत्र के कई जिलों में बट गया.