मुकेश मेहता, बुधनी(सीहोर)। अनंत चतुर्दशी पर बुधनी नगर परिषद द्वारा बनाए गए कृत्रिम कुंड में प्रतिमा विसर्जन कराने की व्यवस्था लोगों की आस्था के आड़े आती दिखी। श्रद्धालु गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन मां नर्मदा के पवित्र जल में करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस उन्हें रोककर कुंड में विसर्जन कराने पर अड़ी रही। इसी कारण बड़ी संख्या में लोग ग्वाल घाट, सिंधी घाट, बड़े वाले बाबा घाट और पुल के आसपास के घाटों पर प्रतिमाओं का विसर्जन कर रहे हैं।

मिट्टी से बनी प्रतिमा क्यों रोकी जा रही

करीब 25 हजार की आबादी वाले नगर में शाम 5 बजे तक मात्र 60 छोटी प्रतिमाएं ही कृत्रिम कुंड में विसर्जित हुईं। लोगों का कहना है कि जब नर्मदा में अस्थि विसर्जन होता है तो मिट्टी से बनी प्रतिमा क्यों रोकी जा रही है।

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सरकार के आस्था और आचरण में अंतर

वहीं कई लोगों ने सवाल उठाया कि प्रशासन प्रतिमा विसर्जन को लेकर तो सख्त है लेकिन नर्मदा किनारे अवैध रेत उत्खनन और अवैध शराब पर ध्यान नहीं दे रहा। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि भाजपा सरकार आस्था और आचरण में अंतर रखती है, जिससे लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। जाननकारी जय सिंह वर्मा स्थानीय प्रसाद दुकानदार और प्रमोद चौहान अधिवक्ता ने दी।

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