ग्वालियर। जिले में कंजरो के डेरे पर आबकारी पुलिस की छापामार कार्रवाई में शामिल मजदूर की ट्रेन से टकराने पर मौत हो गई. घटना के बाद आबकारी पुलिस टीम मजदूर के शव को वहीं छोड़ गायब हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतक के परिजनों ने आबकारी पुलिस की लापरवाही से मौत का आरोप लगाया है.

जानकारी के अनुसार शिंदे की छावनी कमल सिंह का बाग निवासी राजेश सोनी सिंडिकेट में मजदूरी करता था. आज शाम को सिंडिकेट की सूचना पर आबकारी पुलिस की टीम एसआई मनीष द्धिवेदी और एसआई सपना यादव टीम के साथ जलालपुर पुरानी छावनी रेलवे ट्रैक के पास कंजर के डेरे पर छापामार कार्रवाई की. वहां से जब्त शराब को उठाने के लिए राजेश सोनी को भेजा गया था. जब टीम शराब जब्त कर लौट रही थी तो राजेश दोनों हाथों में शराब की केन रखकर ट्रेन के ट्रैक के पास चल रहा था. उस पर लोड ज्यादा था. ट्रेन आई तो उसे दिखा नहीं और ट्रेन से टक्कर लगी, जिससे वह दूर फेंका गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई.

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यह देख आबकारी टीम वहां से भाग गई. हादसे की सूचना मिलते ही पुरानी छावनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची. घटना की सूचना पर मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूर को धमकाया था. वह धमकी के बाद मजबूरी में आया था. फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.

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मृतक के रिश्तेदार मनोज सोनी ने कहा कि सिंडिकेट का लेबर मैनेजर हरीश शिवहरे, आबकारी का अमला और सिंडिकेट के संचालक मौत के जिम्मेदार हैं. टीआई पुरानी छावनी थाना सुधीर सिंह कुशवाह ने बताया कि आबकारी पुलिस की छापामार में शामिल मजदूर की ट्रेन से टकराने पर मौत हो गई. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

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