शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच मंगलवार को राजधानी भोपाल के भेल (BHEL) कारखाने में काम करने वाले 500 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
बता दें कि भेल में 8 से 10 हजार कर्मचारी काम करते हैं. यहां अब तक 500 से लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं. जबकि लगभग 100 कर्मचारियों की इस वायरस से जान जा चुकी है.
इस दौरान संक्रमण को देखते हुए बुधवार से अगले 4 दिन तक भेल का काम- काज बंद कर दिया गया है. 13 से 16 मई तक भोपाल भेल में कोई काम नहीं होगा. हालांकि ऑक्सीजन प्लांट यूनिट को छोड़कर सभी यूनिट बंद रहेंगे.
नहीं तो होगा धरना-प्रदर्शन
भेल में कर्मचारियों के संक्रमित हो जाने के बाद बीजेपी विधायक कृष्णा गौर ने अपनी ही सरकार को धमकी पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने भेल कारखाना बंद करने की मांग की है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कारखाना बंद नहीं किया गया तो मजबूरी में उन्हें धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा. उन्होंने आगे यह भी कहा कि भेल खुले होने के कारण लगातार कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण फैल रहा है. अब तक 100 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. इसके लिए भेल प्रबंधन की हठधर्मिता जिम्मेदार है.
पहले भी विधायक ने लिखा था सीएम को पत्र
गौरतलब है कि बीते दिनों बीजेपी विधायक कृष्णा गौर ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर भेल कारखाना बंद करने की मांग भी कर चुकी हैं. उन्होंने पत्र में लिखते हुए कहा था कि भेल कारखाने में भोपाल के 8 हजार कर्मचारी और अधिकारी काम करते हैं. भेल में भी कोरोना संक्रमण फैल चुका है. यहां 400 के लगभग कर्मचारी अधिकारी कोरोना से संक्रमित हैं. उन्होंने आगे लिखा है कि अगर कारखाने को बंद नहीं किया गया तो स्थिति विस्फोटक हो सकती है.
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प्रज्ञा सिंह ने भी केंद्रीय मंत्री को लिखा था पत्र
सांसद प्रज्ञा सिंह ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को लिखा पत्र लिखते हुए कहा था कि उनके संसदीय क्षेत्र भोपाल में भारत सरकार का उपक्रम भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स हैवी (भेल) में शत- प्रतिशत मजूदर काम करते हैं. इस कोरोना महामारी में बहुत मजदूरों की मौतें हो रही हैं. उन्होंने लिखा था कि इस समय उद्योग चालू रखना सरकार का फैसला है, लेकिन भोपाल में कोरोना की भयावह स्थिति देखते हुए 25 फीसदी मजदूरों को बुलाना उचित होगा. जिससे काम भी चलता रहेगा और कोरोना की चेन भी टूटेगी.
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