कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पड़ाव स्थित शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के कैंपस का बुरा हाल हो गया है। टेक्सटाइल डिपार्टमेंट के कैंपस में बने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) को 2016 में कैम्पस के पीछे के हिस्से में जगह दी गई थी। ताकि यहां पर संस्थान का संचालन किया जा सके। लेकिन अब सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) का खुद का कैंपस महाराजपुरा इलाके में तैयार हो गया है। बावजूद इसके जिस संस्थान ने सिपेट को अपने यहां इंस्टिट्यूट खोलने की जगह दी थी, सिपेट प्रबंधन के लोगों ने मिलकर उस संस्थान को ही उजाड़ दिया।

कैंपस को बुरी तरह उजड़ा 

सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) के डायरेक्टर सुखविंदर सिंह भट्टी ने पॉलिटेक्निक टेक्सटाइल डिपार्टमेंट के कैंपस को बुरी तरह से उजाड़ दिया। वहां नेशनल फ्लैग की जगह पर लगे पाइप को भी उखाड़ दिया। इतना ही नहीं दीवारों पर लगे इलेक्ट्रिक बोर्ड और वायरिंग आदि भी खींचकर ले गए। इस मामले में टेक्सटाइल डिपार्टमेंट की फैकल्टी का आरोप है कि सिपेट संस्थान के लोगों ने सरकारी विभाग होते हुए भी दूसरे सरकारी विभाग को बुरी तरह से शिफ्टिंग के नाम पर क्षतिग्रस्त कर दिया है। नल की टोटी से लेकर टीन शेड बिजली के बोर्ड लाइट बल्ब और यहां तक की लाइट की केबल आदि चोरी कर ली है। जब उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश की गई तो उन्होंने टेक्सटाइल डिपार्टमेंट की फैकल्टी पर रोब झड़ते हुए उन्हें सबक सिखाने की धमकी दी और कॉलेज को बुरी तरह से उजाड़ के क्षतिग्रस्त करके वहां से चलते बने। 

सिपेट के डायरेक्टर के इशारे पर हो रहा काम   

इस मामले में वहां मौजूद सिपेट संस्थान के एक कर्मचारी से बात करने की कोशिश की गई तो उसने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हालांकि उसका कहना था कि वह सिपेट संस्थान की चीजें जो टेक्सटाइल डिपार्टमेंट में 2016 में लगाई गई थी। सिर्फ उन्हें ही उखाड़ कर अपने साथ ले जा रहा है। दूसरी तरफ टेक्सटाइल डिपार्टमेंट की फैकल्टी का आरोप है कि सीपेट के डायरेक्टर के इशारे पर टैक्सटाइल डिपार्मेंट कि उस हिस्से को डैमेज किया गया है। जहां पर 2016 में सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) को अपना संस्थान खोलने के लिए जगह दी गई थी। 

शिफ्टिंग के नाम पर चोरी 

इसका उद्देश्य यह था कि जब संस्थान यहां से स्थानांतरित होगा तो टेक्सटाइल डिपार्टमेंट के लिए वह सहयोगी के तौर में हमेशा मदद करेगा। लेकिन सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) के प्रबंधन ने उल्टा टैक्सटाइल डिपार्मेंट को उजाड़ कर रख दिया। कई क्लासरूम को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस मामले में टेक्सटाइल डिपार्टमेंट की फैकल्टी विजय याग्निक ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) के डायरेक्टर सुखविंदर सिंह भट्टी पर शिफ्टिंग के नाम पर चींजे चोरी करने का आरोप लगाया है। वह इसकी शिकायत पड़ाव थाने में भी कर रहे है और मामले को EOW में भी लेकर जाएंगे।

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