कमल वर्मा, ग्वालियर. बहुचर्चित तिरुपति बालाजी मंदिर के मिलावटी प्रसाद मामले के तार अब ग्वालियर से जुड़ रहा है. दाल बाजार के तीन तेल और घी कारोबारी सीबीआई की रडार पर हैं. तीनों के नाम का सर्च वारंट लेकर सीबीआई के नेतृत्व में विशेष जांच दल एसआईटी की टीम ग्वालियर पहुंची है. तीनों कारोबारियों के यहां दस्तावेजों की जांच करने के बाद कुछ रिकार्ड जब्त किए है और व्यापारियों के बयान लिए हैं. इस मामले में इनकी क्या भूमिका है यह स्पष्ट नहीं हो पाई है.

दरअसल, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछले साल सितंबर माह में आरोप लगाया था कि तिरुपति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले प्रसाद में उपयोग किए जाने वाले घी में जानवरों की चर्बी मिलाई जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस मामले की जांच सीबीआई के नेतृत्व वाले विशेष जांच दल कर रहा है. इसमें सीबीआई के दो आधिकारी, राज्य सरकार के दो अधिकारी और एफएसएसएआई से एक अधिकारी को भी शामिल किया गया है.

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व्यापारियों को वारंट देकर किया तलब

यह दल कल ग्वालियर पहुंचा और दाल बाजार में तेल और घी कारोबारी फर्म राकेश कुमार, अजीत कुमार, मोहित अग्रवाल की फर्म सीपी ट्रेडिंग और मोनू अग्रवाल के संस्थान में जांच की. जब विशेष जांच दल ने इन कारोबारियों के यहां पहुंचकर सर्च वारंट दिखाया तो हल्का विरोध भी हुआ. इसके बाद इंदरगंज थाना पुलिस को सूचना दी गई. वहां से सहयोग के लिए पुलिस बल पहुंचा. इसके बाद तीनों फर्मों की जांच और संचालकों के बयान हो पाए. इस मामले से तीनों फर्म कैसे जुड़े हैं. यह पता नहीं चल सका है. फिलहाल, टीम व्यापारियों को वारंट देकर तलब किया है.

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