योगेश पाराशर, मुरैना। मध्य प्रदेश में अस्वस्थ हो चुके हेल्थ सिस्टम के कई किस्से अब तक आपने पढ़े, देखे या सुने होंगे। लेकिन इस बार एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां सड़क हादसे में घायल प्रदेश के पूर्व मंत्री को ही एंबुलेंस नहीं मिली। कई घंटों तक इंतजार करने के बाद दूसरे जिले से एंबुलेंस मंगवाया गया और उन्हें दिल्ली रेफर किया गया।

एंबुलेंस के लिए 3 घंटे तक इंतजार करते रहे पूर्व मंत्री

दरअसल, पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया शादी समारोह में शामिल होने कैलारस गए थे। वापसी के दौरान यात्री बस से उनकी कार के एक्सीडेंट हो गया। उन्हें मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली रेफर कर दिया। लेकिन इस बीच सबसे बड़ी समस्या एंबुलेंस की आ गई। ग्वालियर से एक एंबुलेंस मंगाई गई लेकिन उसे पहुंचने में घंटों लग गए। दर्द से कराह रहे पूर्व मंत्री को 3 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ा। वह एंबुलेंस तो नहीं पहुंची। लेकिन ग्वालियर से दूसरी एंबुलेंस की व्यवस्था कर उन्हें दिल्ली के लिए रवाना किया गया।

SDM ने दी सफाई 

इस घोर लापरवाही पर एसडीएम भूपेन्द्र सिंह कुशवाह ने सफाई दी है कि ग्वालियर से आ रही एंबुलेंस का एक्सीडेंट हो गया। उन्होंने बताया, “पूर्व मंत्री के परिजन उन्हें लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। ग्वालियर से एंबुलेंस आ रही थी जिसका करुआ के पास एक गाय सामने आने की वजह से एक्सीडेंट हो गया। दूसरी एंबुलेंस की व्यवस्था कर दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया है।” जिले में एंबुलेंस की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि वह इस मामले में बाद में बता पाएंगे।

नेताजी बोले- दिल्ली में मंत्री सिंधिया ने की है व्यवस्था 

पूर्व मंत्री दर्जा प्राप्त रघुराज सिंह कंसाना ने कहा कि दिल्ली में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने व्यवस्था की है। जहां उनकी स्थिति ठीक रहेगी। घंटों तक एंबुलेंस न पहुंचने पर उन्होंने कहा कि रास्ते में घटना हो गई जिसकी वजह से ग्वालियर से आने में समय लग गया। जिले में एंबुलेंस के अभाव पर उन्होंने कहा कि जिस तरह की एंबुलेंस की जरूरत थी वह यहां नहीं थी। इस वजह से ग्वालियर से मंगवाया गया।

रॉन्ग साइड से आ रही बस से हुई टक्कर

बता दें कि तोरका और भटपुरा के बीच रॉन्ग साइड से आ रही यात्री बस इनकी कार से टकरा गई थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गिर्राज दंडोतिया का पैर फ्रैक्चर हो गया। साथ ही उनका सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गया। हादसे के बाद उन्हें मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पूर्व मंत्री ही अव्यवस्था का शिकार, आम जनता को कैसे मिलेगा लाभ?

पूर्व मंत्री को एक एंबुलेंस के लिए जिस तरह घंटों इंतजार करना पड़ गया उसने प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। बताया जा रहा है कि जिस तरह की एंबुलेंस चाहिए थी वह नहीं थी। लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों नहीं थी? क्या जिले में एक भी सर्वसुविधायुक्त एंबुलेंस नहीं है जिसकी मदद से उन्हें दिल्ली पहुंचाया जा सकता था?

करोड़ों का बजट पास लेकिन हालत जस की तस

प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था सुचारु रूप से चलाने के लिए करोड़ों रुपए का बजट पास किया जाता है। लेकिन आज भी हालात जस के तस हैं। प्रदेश में कई बार ऐसा भी देखा गया कि एंबुलेंस न मिलने पर कोई गरीब अपने परिवार के सदस्य ठेले पर ले गया तो किसी को शव ले जाने के लिए वाहन नहीं मिला तो बाइक या अन्य किसी साधन से ले जाना पड़ा। लेकिन अब तो विकास का दावा करने वाले राजनेताओं को ही इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है तो जनता को उसका हक कैसे मिलेगा? 

सिंधिया समर्थक हैं पूर्व मंत्री

गौरतलब है कि पूर्व मंत्री गिर्राज दंडोतिया केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते हैं। वे साल 2018 में कांग्रेस से दिमनी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें कृषि राज्यमंत्री का दर्जा मिला था।

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