दतिया। मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण रोकने शासन और प्रशासन द्वारा गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है. इस अभियान में जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी लगे हुए हैं. प्रशासन द्वारा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाई लगातार कार्रवाई की जा रही है. वहीं इसके विपरीत इस मामले में एक अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आई है. जहां अस्पताल के कोविड केयर वार्ड में मरीजों के साथ परिजनों को देखरेख की अनुमति के साथ वहां रहने दिया गया है. इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर में कोरोना का संक्रमण कैसे थमेगा?

घोर लापरवाही के इस मामले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में कोविड वार्ड के भीतर कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ उनके एक-एक परिजन भी नजर आ रहे हैं. इससे न सिर्फ मरीजों की जान को खतरा है बल्कि वहां रहने वाले परिजनों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है. वायरल वीडियो को शहर के एक अस्पताल के कोविड वार्ड का बताया जा रहा है. वायरल वीडियो की पुष्टि लल्लूराम डॉट काम नहीं करता है.

वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल 

बता दें कि कोरोना संक्रमण को रोकने की जितनी जिम्मेदारी शासन, प्रशासन और आम जनता की है. उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की है. किंतु यहां तो स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार लोग ही कोरोना का संक्रमण फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. ताजा मामला दतिया के एक अस्पताल का है. जहां कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ उनके परिजनों को भी कोविड सेंटर में रखा गया है. अस्पताल प्रबंधन की इस घोर लापरवाही का वीडियो वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित के एक परिजन ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है.

मरीजों की देखभाल की जिम्मेदारी नर्स और अस्पताल स्टॅाफ की

दतिया के चूनागढ़ फाटक निवासी राहुल ने कोविड वार्ड के अंदर से वीडियो बनाकर वायरल किया है. वायरल वीडियो में वे कहते दिख रहे हैं कि इस संबंध में डायल 104 में फोन कर कोरोना गाइडलाइन के संबंध में पूछा, तो बताया गया कि कोविड वार्ड में डॉक्टरों के अलावा किसी को भी जाने की जरूरत नहीं है. मरीजों के देखभाल की जिम्मेदारी नर्स और अस्पताल स्टॅाफ की है. वार्ड में किसी भी मरीज के परिजनों को जाने की अनुमति है. अस्पताल का सबसे संवेदनशील स्थान कोविड वार्ड ही है. वहां की जरा सी भी लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है.

मामले की जांच कराई जाएगी
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी.

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