प्रीत शर्मा,मंदसौर। जिले के नाहरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही का मामला सामने आया है. जहां शुक्रवार की रात नवजात शिशु ने इलाज अभाव में दम तोड़ दिया. शिशु के दम तोडऩे की खबर के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. अस्पताल स्टॉफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है.

जानकारी के अनुसार बबलू टेलर ने शुक्रवार को दोपहर 3 बजे अपनी गर्भवती पत्नी को लेबर पेन होने के चलते नाहरगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया. उसने बताया कि अस्पताल में परीक्षण के बाद उसकी नार्मल डिलीवरी हुई और उसने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया. परिजनों की मानें तो जन्म के बाद से ही बच्चे को सांस लेने में समस्या हो रही थी. जिसको देखते हुए परिजनों ने स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक से शिशु और प्रसूता को मंदसौर जिला अस्पताल में ले जाने का आग्रह किया.

Read more : शिवराज के कोविड प्रभारी मंत्री हैं ‘धाकड़’, बगैर मास्क पहने ली मीटिंग, अफसर खामोश

जिसे चिकित्सको ने यह कहते हुए मना कर दिया कि हम देख लेंगे. इसके 15 मिनट की कोशिशों के बाद नाहरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने शिशु को मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने वहां पर जमकर हंगामा किया.अस्पताल स्टॉफ सहित चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि अस्पताल में सुविधाओं की कमी और डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात की जान चली गई.

Read more : आलीशान मकान में चल रहा था सेक्स रैकेट, मुंबई से बुलाई गई थी काल गर्ल, 6 गिरफ्तार

नाहरगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर जगदीश गेहलोत का कहना है कि, शिशु मृत अवस्था में जन्मा था. शिशु की केवल धडकन ही चालू थी. परिजनों द्वारा हमारे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है.

हमारे whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें