धर्मेन्द्र यादव, निवाड़ी। शहर में कोरोना संक्रमण रोकने जिला प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू लगाया है. कोरोना कर्फ्यू के चलते आवागमन का साधन बंद है. ऐसे में मजदूरी के लिए अन्य शहर गया एक परिवार पैदल ही घर लौट रहा था, जिसे देखकर पुलिस के अधिकारी ने मानवता का परिचय देते हुए उसे अपने वाहन से घर तक पहुंचाया.

मजदूर दिवस पर पुलिस ने एक मजदूर परिवार की मदद कर अनूठी मिसाल पेश की

तपती धूप में नन्हें मुन्हें बच्चों सहित राह चलते मजदूरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाकर पुलिस ने मनाया मजदूर दिवस. मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में विश्व मजदूर दिवस पर पुलिस ने एक मजदूर परिवार की मदद कर अनूठी मिसाल पेश की है. जहां आमजन मानस में पुलिस की छवि हमेशा नकारात्मक ही समझी जाती रही है, वहीं पृथ्वीपुर में पदस्थ एसडीओपी संतोष पटेल ने ड्यूटी के दौरान रास्ते में पैदल जा रहे मजदूरों को अपनी गाड़ी में बिठाकर उनके घर तक पहुंचाकर विश्व मजदूर दिवस को सार्थक कर दिखाया.

मजदूर परिवार उत्तर पदेश के झांसी शहर में मजदूरी करने गया हुआ था

दरअसल निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर कस्बे में पदस्थ एसडीओपी संतोष पटेल कोरोना कर्फ्यू का पालन कराने पेट्रोलिंग करते हुये अपने वाहन से जा रहे थे, तभी उनकी नजर सडक किनारे छोटे-छोटे बच्चों सहित पैदल जा रहे एक परिवार पर पड़ी. परिवार में दो मासूम बच्चे और माता पिता शामिल थे. वे अपना सामान सर पर उठाए भरी दोपहर की तपती धूप में अपने गांव जा रहे थे. एसडीओपी ने अपनी गाडी रोककर उनसे पूछा कि आप पैदल कहां जा रहे हो, उन्होंने बताया कि वो झांसी जिले से पैदल आ रहे है और 120 किलोमीटर दूर अपने गांव जा रहे है. मजदूर परिवार उत्तर पदेश के झांसी शहर में मजदूरी करने गया हुआ था.

एसडीओपी की एक मजदूर परिवार को विश्व मजदूर दिवस पर यह मानवीय सहयोग की मिसाल

लॉकडाउन के चलते काम बन्द हो जाने के साथ-साथ आवागमन के साधन भी बंद होने के चलते वे पैदल ही छतरपुर जिले में स्थित अपने गांव को निकल पड़े. उनकी बात सुन एसडीओपी ने उस परिवार की मदद की. उन्हें पानी पिलाया और बच्चों को बिस्कुट खिलाए बल्कि पूरे परिवार को अपनी गाड़ी में बिठाकर उन्हें जिले की सीमा पर छोड़ा. आगे उनके गांव तक जाने की व्यवस्था भी कराई. एसडीओपी की एक मजदूर परिवार को विश्व मजदूर दिवस पर यह मानवीय सहयोग की मिसाल अपने आप में पूरे पुलिस महकमे को एक सकारात्मक संदेश के साथ पुलिस की छवि को भी आमजन में एक अच्छे नजरिये से देखने का संदेश भी देती है।