हेमंत शर्मा, इंदौर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त आरोपियों की पोल परत दर परत खुलती जा रही है. इस कालाबाजारी में अब राजनीतिज्ञों के भी तार जुड़े होने की खबरें सामने आने लगी हैं. इस मामले में गुरुवार को इंदौर पुलिस ने 4 और आरोपियों को भोपाल और इंदौर से गिरफ्तार किया. जिसमें गिरफ्तार आरोपी प्रशांत पारासर यूथ कांग्रेस से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. जो यूथ कांग्रेस का उपाध्यक्ष रह चुका है. उसकी गिरफ्तारी के बाद अब आरोपी का फेसबुक एकाउंट की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जिसमें लिखा हुआ है राहुल समर्थक और स्टेट को-ऑर्डिनेटर कोविड-19 रिस्पॉन्स टीम.
बता दें कि विजय नगर पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें प्रशांत, गोविंद, गौरव और सरवर खान शामिल हैं. पुलिस ने 10 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिसमें प्रशांत पाराशर भी शामिल था. वहीं सांवेर से पकड़ाया आरोपी सरवर खान छोलाछाप डॉक्टर है. उसने दवा बाजार के मेडिकल संचालक गौरव केसवानी से नकली इंजेक्शन खरीदा था. पुलिस ने मेडिकल संचालक गौरव को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने एक अन्य आरोपी गोविंद गुप्ता के शामिल होने की बात पुलिस को बताई. पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है. गोविंद मेडिकल दुकान का कर्मचारी है. अब तक इस नकली इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के एक दर्जन से अधिक आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर चुकी है.
राजनीतिज्ञों से आरोपी के ताल्लुक
गौरतलब है कि भोपाल से आरोपी प्रशांत पाराशर को गिरफ्तार किया है, जो पेशे से इंजीनियर और सब इंस्पेक्टर परीक्षा की तैयारी कर रहा था. जिसका नाम अब राजनीतिज्ञों के साथ जुड़े होने की खबर आ रही है. जानकारी के मुताबिक आरोपी प्रशांत पाराशर जुड़ा हुआ है. वहीं ये भी जानकारी है कि यह कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया के बेटे व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया के जनसंपर्क विभाग के लिए काम करता था. यह मामला राजनेताओं के साथ जुड़ जाने के कारण और भी हाई प्रोफाइल हो गया है.
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सुनील मिश्रा के सीधे संपर्क में था पारासर
गुजरात से जुड़े नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा के सीधे संपर्क में प्रशांत पारासर था. मिश्रा ने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि उसने पारासर को 100 इंजेक्शन बेचे थे. जबकि गुरुवार को प्रशांत पारासर ने बताया कि वह सुनील मिश्रा से 66 रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदे थे. वहीं आरोपी ने ये भी बताया कि नकली इंजेक्शन की जानकारी होने पर उसने 10 नकली इंजेक्शन बेतवा नदी में बहा दिया.
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मिश्रा की सीडीआर के जरिए आरोपियों की तलाश
आपको बता दें कि इस पूरे मामले में पुलिस लगातार आरोपियों की धरपकड़ कर रही है. वहीं पुलिस गिरफ्तार आरोपी सुनील मिश्रा की सीडीआर और सोशल मीडिया एकाउंट के जरिए अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है. जबकि मिश्रा की सीडीआर से कई आरोपी गिरफ्तार भी हो चुके हैं. वहीं पुलिस जल्द ही मुख्य आरोपियों सुनील मिश्रा,पुनीत शाह, कौशल वोरा को गुजरात से इंदौर लाकर करेगी पूछताछ.
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ये है पूरा मामला
नकली इंजेक्शन गुजरात के मोरबी से सुनील मिश्रा 700 नग लेकर आया था. पहली खेप में 200 इंजेक्शन और दूसरे खेप में 500 नकली इंजेक्शन कुल 700 नकली इंजेक्शन इंदौर में बेच दिया. आरोपी प्रशांत पाराशर ने 100 नकली इंजेक्शन बेचे,जो उसने आरोपी मिश्रा से खरीदे थे. बाकी बचे 500 नकली इंजेक्शन मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा ने सोशल मीडिया के माध्यम से इंदौर में बेचे थे.
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