सीहोर। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. इस महामारी के डर से अपनों के भी मुंह मोड़ने की कई घटनाएं सामने आती रही हैं. कोरोना काल में जहां अनगिनत परेशानियां हैं, वहीं लोग मुश्किल हालात में भी मानवता की मिसाल पेश करने में पीछे नहीं हैं. ऐसे ही एक मामले में कर्तव्य और सेवा की मिसाल मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की सीएमएचओ डॉ सुधीर डेहरिया ने पेश की है.

दरअसल मंगलवार को डॉ सुधीर डेहरिया की मां का निधन हो गया, और वह शुक्रवार को वापस काम पर लौट आए. डॉक्टर के पदभार संभालते ही उन्होंने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाना शुरू कर दिए है. इस दौरान वे डॉक्टरों से के साथ बैठक कर कोविड सेंटर में टीकाकरण, ऑक्सीजन की उपलब्धता और बनाए जा रहे नए कोविड सेंटरों की जानकारी ली.

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बता दें कि ये वहीं डॉक्टर हैं जो भोपाल में सीएमएचओ के पद पर रहते हुए कोरोना महामारी की पहली लहर में मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहे थे. इस दौरान वे कई दिनों तक शहर में होने के बावजूद अपने घर नहीं जा पा रहे थे. डॉ. सुधीर डेहरिया उस समय वे पांच दिन बाद अपने घर पहुंचे और घर की दहलीज से अपने परिवार को देखकर ही लौट आए. डेहरिया भोपाल जिले में कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य टीम का नेतृत्व कर रहे थे. राजधानी में होने की वजह से उनके ऊपर दबाव भी ज्यादा था, इसलिए संकट के इस दौर में कई दिनों तक अपने घर वालों से भी नहीं मिल पा रहे थे.

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पूरे देश ने की थी डॉक्टर की तारीफ
इस दौरान डॉक्टर डेयरिया की एक तस्वीर काफी चर्चा में रही, जिसमें वे अपने घर के बाहर दूर बैठकर अपने परिवार से मिल रहे थे. इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी फोटो को फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा था कि डॉक्टर डेहरिया और इन जैसे हजारों- लाखों कोरोना वारियर्स को मेरा शत-शत नमन. वहीं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी उनकी तारीफ करते हुए फेसबुक पर लिखा कि ये है देशभक्ति.