परवेज खान, शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी से बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक किसान समग्र आईडी निकलवाने पहुंचा तब उसे पता चला कि वह मर चुका है। यह सुनकर बुजुर्ग के पैरों तले जमीन खिसक गई। जिसके बाद अब वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहा है।

पंचायत सचिव पर लगाए आरोप

दरअसल, पोहरी तहसील के बमरा गांव निवासी किसान मांगीलाल को जिंदा होते हुए भी शासकीय दस्तावेज में मृत घोषित कर दिया गया है। अब वृद्ध खुद को जिंदा साबित करने की जद्दोजहद में लगा हुआ है और कलेक्ट्रेट के चक्कर पर चक्कर लगा रह है। पीड़ित मांगी लाल ने पंचायत सचिव पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनवरी में जब वह अपनी सम्रगआई डी निकलवाने गए तब उन्हें पता चला कि उन्हें मृत  घोषित कर दिया गया है। तब से ही उन्हें शासकीय किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रह है। वहीं मांगी लाल के पुत्र हेमराज का कहना है कि सम्बल योजना से मिलने वाली लाभ की राशि के गबन के लिए उनके पिता को सचिव ने मृत घोषित कर दिया। 

बीते साल हुआ था करोड़ों का गबन

बता दें कि शिवपुरी मुख्यालय  की जनपद में भी बीते साल ऐसा ही बड़ा घोटाला पकड़ा गया था। जहां कंप्यूटर ऑपरेटर और अन्य अधिकारियों की मिली भगत से सम्बल योजना में जिंदा लोगों को मृत बताकर करोड़ों रुपए का गबन किया गया था। अब देखना होगा कि कागजों में मर चुके किसान मांगी लाल शर्मा लचर हो चुकी प्रशासनिक व्यवस्था के आगे वृद्ध अवस्था मे खुद को जिंदा साबित करने की लड़ाई कब तक लड़ पाते हैं? वहीं जिम्मेदार अधिकारी मामले की जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H