सागर/नर्मदापुरम। सागर जिले के खिमलासा रोड श्रीराम कथा स्थल में नारियल वितरण के दौरान भगदड़ मच गई. जिससे एक दर्जन से ज्यादा महिलाएं घायल हो गई हैं. जिनको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इधर नर्मदापुरम जिले में मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा नदी का अस्तित्व बचाने संत समर्थ सदगुरु ने अपनी जान दाव पर लगा दी. नर्मदापुरम में नर्मदा परिक्रमा के दौरान पहुंचे संत समर्थ सद्गुरु श्री भैयाजी सरकार का स्वास्थ्य बिगड़ गया. उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

दिनेश शर्मा,सागर। खिमलासा रोड स्थित श्रीराम कथा स्थल में आज नारियल वितरण के दौरान मामूली भगदड़ में अफरा तफरी मच गई. जिसके चलते मौके पर मौजूद शासकीय और निजी अस्पताल की एंबुलेंस की मदद से एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं को सिविल अस्पताल मे भर्ती कराया है. सूचना मिलते ही अस्पताल एसडीएम शैलेंद्र सिंह राजस्व अमले के साथ पहुंच गए. सभी डॉक्टरों को हॉस्पिटल बुलाया गया.

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एसडीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि श्रीराम कथा में हुई मामूली भगदड़ में 16 महिलाओं को भर्ती कराया गया था. जिनमें 3 महिलाओं को फैक्चर और बाकी महिलाओ भूख, प्यास, घबराहट की वजह से भर्ती कराया गया था. जिसमें से करीब 5 महिलाओं को डिस्चार्ज कर दिया गया. बाकी भी जल्द स्वस्थ हो जायेंगे.

संत समर्थ सदगुरु की बगड़ी तबीयत

मनोज सिंह ठाकुर,नर्मदापुरम। नर्मदापुरम में यात्रा के दौरान पहुंचे 576 दिनों से निराहार सत्याग्रह महाव्रत कर रहे समर्थ सद्गुरु श्री भैयाजी सरकार आज बारना, गुघरा के तट से अल्प प्रवास पर नर्मदापुरम आए थे. लेकिन भीषण गर्मी औऱ महाव्रत के चलते उनका स्वास्थ्य खराब हो गया. उन्हें मदनमोहन हॉस्पिटल में एडमिट किया गया.

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माँ नर्मदा के अस्तित्व की रक्षा और आमजन के जीवन की सुरक्षा के लिए सत्याग्रह महाव्रत कर रहे सद्गुरु बहुत दिनों से अस्वस्थ है, लेकिन अपने स्वास्थ्य की तनिक भी परवाह न करते हुए वे माँ नर्मदा नदी की अखंड परिक्रमा कर माँ नर्मदा नदी की सुरक्षा के लिए निरंतर सामाजिक, धार्मिक आयोजनों व बाल व युवा संवाद करते हुए हज़ारों किलोमीटर की यात्रा कर समाज को सही दिशा निर्देश दे रहे. 576 दिन से निराहार रहना मेडिकल साइंस के लिए भी चिंतन का विषय बना हुआ है.

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