मयंक तिवारी,मण्डला। जिले के सरकारी अस्पताल में एक महिला ने 5.1 किलोग्राम को बच्ची को जन्म दिया है. सामान्यत: 3 किलो तक के नवजात का जन्म होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है, लेकिन जब पैदा होते ही किसी नवजात बच्ची का वजन पांच किलो से ज्यादा का हो तो आश्चर्य होना स्वाभाविक है. ऐसे मामले लाखों में एकाध ही सामने आते हैं.
जानकारी के अनुसार भारत के कर्नाटक राज्य के हासन जिले में सबसे वजनी बच्चा 6.8 किलोग्राम के नाम रिकार्ड दर्ज है. उसके बाद देश में यूपी नोएडा में जन्मे 6.7 किलोग्राम के बच्चे के नाम सबसे वजनी बच्चे के क्रम में दूसरे स्थान पर है.
बता दें कि भारत में नए जन्मे बच्चों का वजन सामान्य तौर पर 2.5 से 3.5 किलो के बीच रहता है.
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के मंडला जिले के अंजनियां स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को रक्षा कुशवाहा ने बच्ची को जन्म दिया तो अस्पताल के लोग भी आश्चर्य चकित रह गए. इस नवजात बच्ची का वजन 5.1 किलोग्राम है. बच्ची का जन्म सामान्य प्रसव द्वारा यहां के जेंट्स डॉक्टर और नर्सों की देख-रेख में कराया गया.
लाखों में एक होता है मामला
चिकित्सा विज्ञान के हिसाब से ढाई से पौने चार किलो तक वजन के बच्चे का जन्म सामान्य माना जाता है और ऐसे बच्चे स्वास्थ्य भी होते हैं. वहीं 5.1 किलोग्राम के बच्चे का जन्म जिसकी लम्बाई 1.77 फीट हो ऐसे बहुत ही रेयर केस होता है. जानकारों के अनुसार इस तरह के मामले लाखों में एकाध ही सामने आते हैं. यह हार्मोन की गड़बड़ी के चलते भी हो सकता है.
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जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ
अंजनियां में सामान्य प्रसव (नॉर्मल डिलीवरी) के बाद मां रक्षा कुशवाहा और बच्ची दोनों ही स्वस्थ हैं. नवजात के वजन को लेकर आवश्यक मेडिकल जांच की जा रही है. नवजात को चिकित्सकों की खास निगरानी में रखा गया है.
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