एनके भटेले,भिंड। मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह के गृहग्राम और भिण्ड के लहार की ग्राम पंचायत वैशपुरा में पंचायत चुनाव निर्विरोध हो गया है. पंचायत की जनता ने डॉ गोविंद सिंह की भतिज बहु को बिना चुनाव लड़े ही सरपंच बना दिया है. वहीं राजगढ़ जिले की जीरापुर की ग्राम दोबड़ा और राजगढ़ की किल्ला अमरगढ़ ग्राम पंचायत भी निर्विरोध निर्वाचित हुए है.

मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में लहार- रौन और दूसरे चरण में भिण्ड और अटेर जनपद क्षेत्र में चुनाव होना है. इन चारों जनपद की 188 पंचायतों से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार अपना फार्म निर्वाचन अधिकारियों के पास जमा करा चुके हैं. जिनकी सविक्षा के बाद नाम फ़ाइनल किए जाएँगे. लेकिन इससे पहले ही लहार की वैशपुरा पंचायत में जनता की आपसी सहमति से निर्विरोध सरपंच चुन लिया गया है.

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जानकारी के मुताबिक़ डॉक्टर गोविंद सिंह के भतीजे और यूथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव अनिरुद्ध प्रताप सिंह की पत्नी नेहा अनिरुद्ध प्रताप सिंह एक बार फिर भिण्ड के लहार जनपद की ग्राम पंचायत वैशपुरा से निर्विरोध सरपंच चुन ली गई हैं.

चुनाव में नहीं खड़ा हुआ कोई प्रतिद्वंदी

नेहा अनिरुध प्रताप सिंह ने औपचारिकता के लिए इस पंचायत से अपना नामांकन फार्म दाखिल किया था, लेकिन उनके विरोध में कोई दूसरा नामांकन दाखिल नही किया गया है.

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जनता ने दोबारा निर्विरोध चुना

ग़ौरतलब है कि इससे पहले आयोजित हुए पंचायत चुनाव के दौरान उन्होंने अपने गाँव वैशपुरा से हाई चुनाव लड़ा था और क़रीब एक हज़ार वोट से जीत दर्ज की थी. इसके बाद कुछ महीनों पहले भी हुई पंचायत चुनाव की घोषणा और प्रक्रिया के दौरान उन्हें निर्विरोध सरपंच चुन लिया गया था. लेकिन बाद में चुनाव निरस्त गिनाने से उनका चुनाव भी निरस्त हो गया था, लेकिन जनता ने अपना फ़ैसला दोबारा दोहरा दिया है.

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