शुभम नांदेकर, पांढुर्णा। मध्यप्रदेश के पांढुर्णा जिले में आयोजित गोटमार मेला अपने पीछे कई घाव छोड़ गया है। क्षणिक उन्माद में इस खूनी खेल में शामिल हुए लोग अब होश में आने के बाद अपने उन्माद पर पछता रहे हैं। गोटमार मेले में एक युवक की मौत हो गई। थाना पांढुर्णा अजय मरकाम द्वारा बताया गोटमार खेल रहे पांढुर्णा निवासी सुदामा लेंडे को पत्थर लगने के बाद नदी कूदने के बाद बह गया था। एसडीआरएफ (SDRF) एवं पुलिस की टीम कल रात से तलाश कर रही थी। 24 घंटे के बाद उसका शव मिल गया है।

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परपंरा के नाम पर हुए खूनी खेल में आज भी बहुत से लोग पांढुर्णा के अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। ज्यादातर लोग तो ऐसे हैं जो अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर तो पहुंच गए हैं, लेकिन बिस्तर से उठने की हालत में नहीं है। कुछ बदकिस्मत ऐसे भी हैं जिनको नागपुर या छिंदवाड़ा के बड़े अस्पतालों में रेफर कर दिया गया है। फिलहाल अभी डॉक्टर कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।

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मेला स्थल से आज प्रातः काल झंडे को निकाल खूनी पत्थर प्रशासन ने हटवा दिए। वहां लगे हुए झंडे और तोरण भी अब निकाले जा चुके है। धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य होता जा रहा है, लेकिन इस मेले के जो निशान लोगों के शरीर पर पड़े थे, वह अभी भी ताजा है और मेले की भयावहता का एहसास करा रहे हैं। क्षेत्र के आसपास आपको पट्टियों से ढंके, दर्द से कराहते हुए ऐसे बहुत से घायल मिल जाएंगे। अपने घर के बाहर बैठे या गली में घूमते हुए जख्मी लोगों को देखकर ऐसा लगता है जैसे इस क्षेत्र में अभी कोई युद्ध खत्म हुआ हो।

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