शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित एमपी बोर्ड परीक्षा (MP Board examination) पेपर लीक (Paper leak) मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मामले में क्राइम ब्रांच (Crime branch) ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने रायसेन से एक आरोपी कौशिक दुबे को गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस ने प्रदेश के तीन अलग-अलग जिलों में छापेमारी की है। खंडवा से भी एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। बताया जाता है कि रायसेन और खंडवा के आरोपी एक-दूसरे से परिचित है। रायसेन, खंडवा के अलावा दो और आरोपी की तलाश जारी है। मामले में कुल चार आरोपियों की पुलिस ने पहचान की है। आरोपी ने साढ़े तीन लाख की ठगी की है। एक व्यक्ति से 600 रुपए लेते थे। टेलीग्राम से 36 हजार से ज्यादा स्टूडेंट जुड़े हुए थे। पुलिस ने टेलीग्राम के सभी फर्जी ग्रुप बंद करने कहा। क्यूआर कोड के जरिये पैसे वसूले जाते थे। क्राइम ब्रांच ने दावा किया है कि टेलीग्राम से जो पेपर बेचे गए वो असली पेपर से अलग है। टेलीग्राम पर असली नहीं बल्कि मॉडल पेपर बेचे जा रहे थे। जानकारी अमित कुमार, डीसीपी, क्राइम ब्रांच ने दी।
पेपर लीक करने की कोशिश में 4 शिक्षक भी गिरफ्तार किए गए हैं। जिला प्रशासन की छापेमारी कार्रवाई में आरोपी जद में आए। एमपी बोर्ड की बारहवीं की केमिस्ट्री की परीक्षा आज हुई थी। शिक्षकों ने परीक्षा हॉल से पेपर की फोटो वायरल की थी।पेपर वायरल होने के बाद कलेक्टर की मुस्तैदी से करवाई हुई है। मामला छोला इलाके के विद्यासागर स्कूल का है। स्कूल के लेक्चरर पवन सिंह, विश्वनाथ सिंह, महिला सुप्रीटेंडेंट और सहायक सुप्रिटेंडेंट गिरफ्तार हुए हैं। छात्रों को नकल कराने के मकसद से पेपर का फोटो लिया था। मामले में भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बयान दिया है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक