अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. लारपवाही बरतने पर समाधान ऑनलाइन में पटवारी को निलंबित कर दिया गया है. एक विकासखंड चिकित्सा अधिकारी की वेतनवृद्धि रोकने, एक प्रकरण में विभागीय जाँच, दो तहसीलदार की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने और एक प्राचार्य को कारण
बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए है.
इसके अलावा छात्रवृत्ति में देरी होने पर दोषी प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. कन्या विवाह योजना की सहायता राशि अटकी हुई थी, जिसकी शिकायत पर आवेदिका को 51 हजार रूपए की राशि का भुगतान करवाया गया. स्वास्थ्य विभाग से जुड़े मामलों में भी कार्रवाई की गई.
नल-जल योजनाओं से संबंधित तकनीकी खराबियों को समय पर सुधारने के निर्देश दिए गए. मुख्यमंत्री शिवराज के कड़े निर्देश दिए हैं कि जनता की सुविधा से जुड़े ऐसे कार्यों में लापरवाही के लिए दोषी अधिकारी-कर्मचारी को दंडित किया जाए. चीफ इंजीनियर लेवल के अधिकारी से तीन दिन में जांच करवाकर अवगत कराने के निर्देश दिए है.
वहीं प्रदेश में शिकायतों के निराकरण में उच्च प्रदर्शन वाले जिलों में सीहोर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, छतरपुर, सिवनी, बुरहानपुर, अलीराजपुर, रतलाम, शाजापुर और खरगोन शामिल है. इन जिलों ने बेहतर रिजल्ट दिया है और समय पर जनता की समस्याओं का हल किया है.
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