शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के कांग्रेस प्रवक्ताओं के लिए बयानबाजी करनी अब आसान नहीं होगी। दरअसल, पार्टी ने उनके लिए एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है। जिसके बाद अब किसी भी विषय पर बोलने से पहले उन्हें वरिष्ठ नेताओं से परमिशन लेनी होगी।

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आज बुधवार को पीसीसी में मीडिया विभाग की बैठक हुई जिसमें कांग्रेस प्रवक्ताओं को गाइडलाइन जारी की गई। इस दौरान कहा गया कि महत्वपूर्ण और विवादित विषय पर बयान देने से पहले मीडिया विभाग अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं से पार्टी की लाइन पूछना होगा। पार्टी का पक्ष रखने से पहले भी वरिष्ठ से मार्गदर्शन लेना होगा। 

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बैठक में यह निर्देश भी दिए गए कि मीडिया में पक्ष रखने से पहले विभाग के अध्यक्ष से बात करनी होगी। पार्टी का पक्ष रखते हुए, विरोधाभास और विसंगति की स्थिति न बने, इसका ध्यान रखने के लिए भी कहा गया है। साथ ही कहा गया कि बीजेपी और सरकार से जुड़े मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाए। इस बैठक में मीडिया अध्यक्ष मुकेश नायक सहित सभी प्रवक्ता मौजूद रहे। वहीं प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी जूम के माध्यम से शामिल हुए। 

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