अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन (Raisen) जिले से शिक्षा (Education System) व्यवस्था की पोल खोलती तस्वीरें सामने आई हैं। जहां सरकारी स्कूल की स्थिति बहुत ही दयनीय दिखाई दी। इस स्कूल की छत और शौचालय (Toilet) क्षतिग्रस्त है, जिनको बंद कर दिया गया है। बच्चे स्कूल से अपने घर शौच करने जाते है। इतना ही नहीं शिक्षिका भी वक्त पर नहीं पहुंचती और समय से पहले ही निकल जाती है। सवाल यही है कि बच्चे ऐसे में किस तरह से अपने भविष्य गढ़ पाएंगे।
यह पूरा मामला रायसेन के भोजपुर विधानसभा ग्राम पंचायत साल्कनी में स्थित शासकीय स्कूल (Government School) का है। जहां स्कूल की स्थिति बहुत ही दयनीय नजर आई। शौचालय पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनको बंद कर दिया गया है। कोई भी बालक या बालिका शौचालय नहीं जाता है, अन्य स्थान न होने की वजह से बच्चे अपने घर पर ही शौच करने स्कूल से घर जाते हैं।
वहीं स्कूल की पुताई भी सालों से नहीं हुई है और छत भी क्षतिग्रस्त है, जिससे मलबा गिर रहा है। सरिया भी निकलने लगा है। स्कूल के मैदान में कीचड़ भरा रहता है। जिसे पूर्व सरपंच ने तो साफ कराया, लेकिन स्कूल की प्राचार्य ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिससे स्कूल मैदान में फिर से कीचड़ भर गया।
ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल की स्तिथि बहुत ही खराब है। शिक्षिका समय पर स्कूल नहीं पहुंचती और समय से पहले ही निकल जाती है। वहीं बच्चों की शिक्षा भी सही नहीं है। स्कूल में पढ़ाई नाम मात्र की होती है। शिक्षिका स्कूल में टाइम पास करते नजर आती है।
इस मामले में औबेदुल्लागंज (Obaidullaganj) बीआरसी सतीश कुशवाह ने कहा कि स्कूल की जर्जर स्थिति नहीं है, एक दो जगह प्लास्टर गिर गया है। छत और शौचालय की मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। शिक्षिका के समय पर स्कूल नहीं आने पर कहा कि जैसे ही शिकायत मिलती है उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक