अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र रायसेन जिले के सिलवानी तहसील के ग्राम चैनपुर से सामने आया है। यहां पुलिस एक आदिवासी युवक को गांव से जूते से पीटते हुए पुलिस चौकी ले गई और सुबह वो संदिग्ध अवस्था में मरा हुआ मिला। परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना और हत्या का आरोप लगाया है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर शिवराज सरकार पर सवाल उठाए हैं।
कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा- सिलवानी में आदिवासी युवक श्रीराम आदिवासी की मृत्यु का दुखद समाचार सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उसकी जूतों से पिटाई की और सुबह वह मृत पाया गया। मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहूंगा कि इस मामले में इंसाफ होगा या फिर आदिवासियों पर अत्याचार करने की अपनी आदत के मुताबिक इस मामले को भी रफा दफा कर दिया जाएगा। शिवराज सरकार में कभी भाजपा नेता, कभी पुलिस, कभी प्रशासन तो कभी दबंग आदिवासियों पर लगातार अत्याचार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों पर सबसे सख्त कार्रवाई की जाए।
दरअसल जिले के सिलवानी थाने की जैथारी पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम चैनपुर में शिव मंदिर में धार्मिक आयोजन किया जा रहा था। जहां श्रीराम आदिवासी और ग्राम सरपंच प्रतिनिधि पप्पू ठाकुर के बीच विवाद हो गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आदिवासी युवक को जूते से पीटा। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस मंदिर से स्कूल तक मारते पीटते लेकर आई और स्कूल के पास जूते से पिटाई कर गाड़ी में बैठाकर पुलिस चौकी ले गए। बीते रोज अचानक सुबह घर के बाहरी कमरे में युवक संदिग्ध हालत में मृत मिला। जिसे परिजन सिलवानी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर पोस्टमार्टम किया और शाम को पुलिस की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
दर्दनाक हादसाः ट्रक ने 8 गायों को रौंदा, पांच की घटनास्थल पर मौत, चालक वाहन सहित फरार
मृतक के भाई रामनरेश आदिवासी का कहना है कि मेरे छोटे भाई को पुलिस गांव से पकड़कर मारते पीटते ले गई थी और सुबह देखा तो बाहर के कमरे में मरा हुआ मिला है। युवक की मौत के मामले को लेकर रायसेन पुलिस संदेह के घेरे में है। परिजनों ने पुलिस पर संगीन आरोप लगाए हैं। इस संबंध में एसपी विकास शाहवाल का कहना है कि सरपंच प्रतिनिधि पप्पू ठाकुर की शिकायत पर पुलिस युवक को चौकी पर लेकर आई थी। उसके बाद सरपंच प्रतिनिधि ने ही चौकी से ले जाकर उसे घर छोड़ दिया। युवक की मौत घर पर ही हुई है, इसमें पुलिस का कोई मामला नहीं है। सिलवानी पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही हैं।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक