नई दिल्ली। सिरपुर के लक्ष्मण मंदिर, सरगुजा के सीता बेंगरा और जोगीमारा गुफा को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के लिए सांसद रामविचार नेताम ने केंद्रीय संस्कृति मंत्री से मांग की. राज्यसभा में अपने उद्बोधन के दौरान तीनों स्थल के पौराणिक महत्व को उजागर किया. सांसद की मांग पर केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने राज्य सरकार से प्रस्ताव प्राप्त होने पर विचार करने की बात कही.

छत्तीसगढ़ से राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम ने आज राज्य सभा में तारांकित प्रशन के माध्यम से केंद्रीय संस्कृति मंत्री से सवाल किया कि छत्तीसगढ़ राज्य हमेशा से ही अपनी जनजातीय संस्कृति के लिए जाना जाता रहा है. राज्य में कई ऐसे स्थान हैं, जो आज भी मुख्यधारा से कहीं दूर हैं. ऐसा ही एक स्थान महासमुंद जिले में स्थित सिरपुर है, जिसे प्राचीनकाल में श्रीपुर कहा जाता था. पौराणिक भूमि श्रीपुर में कई ऐसे देवस्थानों के अंश मिलते हैं, जो कई सदियों पुराने माने जाते हैं. इन्हीं देवस्थानों में से एक है, सिरपुर का लक्ष्मण मंदिर.

सिरपुर के लक्ष्मण मंदिर का निर्माण सन् 525 से 540 के बीच हुआ और राज्य में पूर्व में रही सरकार द्वारा इसे वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित करने केंद्र सरकार से निवेदन किया गया था, जब 500 वर्ष पुराना ताजमहल को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में देखा जाता है, तो क्या 1500 पुराने इस मंदिर को क्या सरकार द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज साईट घोषित करने का विचार है.

इसके साथ ही सरगुजा के उदयपुर में स्थित सीता बेंगरा एवं जोगीमारा प्राकृतिक गुफा है, जहां ऋषि मुनियों ने शिल्पकार के माध्यम से पत्थरों में महर्षि बाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में ऊलेखित प्रसंगों को न सिर्फ उत्कीर्ण किया है अपितु लिपिबद्ध किया है जो कि पौराणिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है. यहां प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में इतिहासकार तथा पुरातत्वविदों सहित क्षेत्रीय विद्वतजनों द्वारा महोत्सव का आयोजन भी किया जाता है, यह केंद्रीय संरक्षित स्मारक है, जिसका रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जाता है. उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसे प्राकृतिक गुफाओं को विश्वदाय स्मारक में शामिल करने के लिए सरकार ने कोई कदम उठाए हैं.

इसे भी पढ़ें : Alia Bhatt की फिल्म ‘RRR’ का ट्रेलर लॉन्च, राजमौली के जादू की दिखेगी झलक… 

केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने जवाब में कहा कि यह प्राचीन मंदिरों को विकसित करने केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर सकारात्मक कदम उठाये जा रहे हैं, साथ ही प्राचीन स्थलों को अलग पहचान दिलाने हेतु हर संभव प्रयास किये जाते है. मंत्री ने जानकारी दी कि भारत यूनेस्को का हिस्सा सन 1972 में बना है, साथ ही देश के अलग अलग राज्यों के स्थलों को यूनेस्को की सूची में शामिल करने के लिए एक सूची भेजी गयी है. लक्ष्मण मंदिर और सीता बेंगरा एवं जोगीमारा गुफा को इस सूची में जोड़ने की बात पर उन्होंने नेताम को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार से इस प्रकार का कोई भी प्रस्ताव प्राप्त होने पर इस पर विचार किया जाएगा.

Read more : Is Crypto Looming? Panic Rises after Govt Lists Bill with Few Exceptions