बीडी शर्मा, दमोह/ वेंकटेश द्विवेदी, सतना। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna) जिले के मैहर तहसील में करीब 60 लाख के निर्माण में डब्लूबीएम सड़क बगैर तय मापदंडों से हो रहा है। ठेकेदार ने सड़क निर्माण कार्य का मौके पर न तो डीपीआर बोर्ड लगा रखा है और न ही नदी से उत्खनन की स्थानी प्रशासन या फिर खनिज विभाग से अनुमति ली है। इतना ही नहीं डब्लूबीएम सड़क की मिट्टी के लिए नदी में बने स्टॉप डेम को भी डेमेज कर दिया है। जिसके बाद भी अधिकारी मौन है। इधर दमोह (Damoh) जिले में युवक का अपहरण का पीटने का मामला आया है। मामले पर पथरिया पुलिस ने अब तक एफआआर दर्ज नहीं की है।
सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार की परत
मामला सतना जिले के मैहर तहसील के धनवाही पंचायत के पटिया गांव का है। जहां दीपू कंस्ट्रेक्सन कंपनी के एक दबंग ठेकेदार भ्रष्टाचार की परत लगाकर 20 गांव को जोड़ने वाली साढ़े तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण अवैध तरीके से कर रहा है। निर्माण स्थल पर डीपीआर बोर्ड नहीं लगा है, किस योजना के तहत निर्माण हो रहा है, सड़क निर्माण कंपनी कौन है, कितनी लागत से निर्माण हो इसकी जानकारी बोर्ड न लगाकर छुपा ली गई है। डब्ल्यूबीएम सड़क में मुरूम और छोटी गिट्टी बिछाने के बजाय नदी से अवैध उत्खनन कर मिट्टी डाली जा रही है। इसके बाद भी अधिकारी ठेकेदार के निर्माण पर मरहम लगा रहे हैं।
शिकायत के बाद भी नहीं कोई कार्रवाई
लाखों की लागत से तैयार 20 किलोमीटर सड़क पर जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ रही उल्टा ठेकेदार के मुनाफे के लिए न सिर्फ सड़क का बंटाधार कर दिया, बल्कि शासन के राजस्व पर डंका डाल दिया है। पटिया गांव के लोगों की मानें तो भ्रष्टाचार की जानकारी मैहर के प्रशासनिक अधिकारियों को दी जा चुकी है, लेकिन अबतक तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सड़क निर्माण अवैध उत्खनन और नदी का वास्तविक स्वरूप को बिगाड़ कर किया जा रहा है। सतना जिला अवैध उत्खनन को लेकर हमेशा सुर्खियों में रह है, लेकिन इस बार सड़क के अवैध निर्माण में अवैध उत्खनन ने हैरान कर दिया है। जिसमें ठेकेदार की मकनमनी पर अधिकारियों की सरपरस्ती साफ नजर आ रही है। जिम्मेदार अधिकारी अवैध निर्माण पर पलीता लगा रहे है। ठेकेदार के अर्थ वर्क को फिलहाल सही ठहरा रहे है, लेकिन नदी से अवैध उत्खनन और नदी के स्टॉप डेम पर जांच की बात कर रहे हैं।
युवक का अपहरण
दमोह जिले के पथरिया थाना क्षेत्र में आने वाले बांसा कला गांव के युवक दीपेश ठाकुर को शराब ठेकेदार के कर्मचारियों ने अपहरण करने के बाद मारपीट की है। लेकिन पुलिस ने इस मामले में अभी तक एफआईआर नहीं की है। शुक्रवार को पीड़ित पक्ष अपने गांव के दर्जनों लोगों के साथ एसपी राकेश कुमार सिंह के पास पहुंचे और उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी। पीड़ित पक्ष की बात सुनने के बाद दमोह एसपी राकेश कुमार सिंह ने तत्काल पथरिया थाना पुलिस को फोन पर ही इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए है।
पीड़ित युवक दीपेश ठाकुर ने बताया कि कर्मचारियों को गांव में अवैध शराब नहीं बेचने को मना किया था। जिसके बाद 18 मई को शादी समारोह से वापस लौटने के दौरान वाहन रुकवाकर लक्ष्मण रजक, ओमकार रजक, चनु रजक और अन्य दो बदमाश ने उसे पस्टल की नोक पर अपहरण कर लिया और मारपीट की। जैसे-तैसे उसने जान बचाकर वहां से भाग गया और थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।
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