अजय नामदेव,शहडोल। आपने आम तौर पर चाय कप, कुल्हड़ में चाय पिया होगा या देखा होगा, लेकिन आपने जिस कप या कुल्हड़ में चाय पिया, उसी कप कुल्हड़ को खाते नहीं देखा या सुना होगा. दरअसल शहडोल के एक चाय शॉप में चाय पीने के बाद कप कुल्हड़ लोग खा जाते हैं. ये सुनने में जरा अटपटा जरूर लगता है, लेकिन यह सच है. इन दिनों शहडोल की एक चाय दुकान सुर्खियों में बना हुआ है.

शहडोल निवासी और एक साथ पढ़े दो युवा रिंकू अरोरा और पीयूष कुशवाहा ने एक नया स्टार्टअप शुरू किया है. बिस्किट की बनी कप में वे लोगों को स्पेशल चाय देते हैं. चाय पीने के बाद लोग उस बिस्किट की बनी कप को खा भी जाते हैं. चाय के साथ कप खाने वाली इस स्पेशल चाय की कीमत 20 रुपए है.

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युवा रिंकू अरोरा और पीयूष कुशवाहा

इसे वेफर्स कप भी कहा जाता है. इससे कचरा भी नहीं फैलता है. नया कॉन्सेप्ट होने से लोगों को अच्छा भी लग रहा है. यह ट्रेंड युवाओं का यूनिक कॉन्सेप्ट ‘चाय पियो, कप खा जाओ’ इन दिनों सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड कर रहा है. सबसे अच्छी बात यह है कि सोशल मीडिया पर देखकर लोग दुकान को ढूंढ कर वहां पहुंच रहे हैं.

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आमतौर पर लोग चाय पीने के बाद डिस्पोजल फेंक देते हैं. उससे कचरा फैलता है. प्रदूषण होता है. इस वेफर्स कॉन्सेप्ट से ना तो कचरा फैलेगा और ना ही प्रदूषण होगा. लोग चाय भी पिएंगे और कप खा जाते है, जो इन दिनों शहडोल में सोशल मीडिया और लोगों की जुबां पर खूब चर्चाओं में है.

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