सुप्रिया पांडेय, रायपुर। कोरोना वायरस के मामले रायपुर के अंदर निश्चित तौर पर बढ़ रहे हैं. सरकार को कुछ कड़े कदम उठाने चाहिए. अगर लॉकडाउन करते हैं तो साथ में टेस्टिंग बढ़ाना चाहिए, वहीं इसका हल है. अकेला लॉकडाउन हल नहीं है. यदि टेस्टिंग साथ में होगी तो लॉक डाउन भी सक्सेसफुल होगा. यह बात सांसद सुनील सोनी ने रायपुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कही.

सांसद सोनी ने कहा कि जितने कंटेनमेंट जोन है, वहां सारे लोगों की टेस्टिंग होनी चाहिए. रायपुर शहर के अंदर में लगभग 60 वार्डों के अंदर में पॉजिटिव पेशेंट पाए गए हैं, यदि कोई व्यक्ति मास्क नहीं लगाता तो उसको इसको फाइन देना चाहिए. ऐसे कुछ कड़े फैसले सरकार को लेने पड़ेंगे. लोगों के बेवजह आवागमन पर रोक लगानी चाहिए. मैं मानता हूं कि सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन जनता को भी जो अनलॉक हुआ है, उसका नाजायज फायदा नहीं उठाना चाहिए.

वहीं सांसद सोनी ने राज्य सभा सांसद छाया वर्मा के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि जनता तय करेगी कौन सक्रिय है, और कौन निष्क्रिय. एक राज्यसभा सांसद हैं कांग्रेस की, वो तो ढूंढने से नहीं मिली पूरे कोरोना काल में. हम तो देखे भी नहीं कि वह है कौन सांसद. सांसद ने कहा कि पहले अपने घर के अंदर में झांककर देखें, भारी विद्रोह हो रहा है. मध्यप्रदेश में विद्रोह हो रहा है, राजस्थान में विद्रोह हो रहा है. छत्तीसगढ़ में भी वही स्थिति है आज छिपकर विधायक कह रहे हैं, कल खुलकर बोलने वाले हैं.

उन्होंने कहा कि यह शब्द उपयोग इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि जब हमारी बात होती है तो वह पीड़ा दिखाते हैं. कार्यकर्ताओं के अंदर भारी असंतोष है. उनको लॉलीपॉप का जो पिटारा खोलकर दिखाते हैं कि आपकी यह नियुक्ति होने वाली है, वे कपड़ा सिलवाता है, फिर पता लगता है कि नियुक्ति नहीं हो रही है. आप मजाक कर रहे है. आपको किसी भी दल के कार्यकर्ताओं के साथ में मजाक नहीं करना चाहिए. पेपर में प्रकाशित करके उसके साथ में अन्याय करने का काम कांग्रेस ने किया है. आने वाले समय में और बड़ा विद्रोह सामने आएगा.