मुकेश सेन, टीकमगढ़। बुन्देलखंड पैकेज के तहत चंदेली तालाबों को भरने के लिए बनी हरपुरा नहर मध्यम बारिश में ही टूट गई। नहर टूटने से किसानों की सैकड़ों एकड़ में बोई हुई फसलें बर्बाद हो गई। वहीं एक बार फिर बुंदेलखंड पैकेज में हुआ भ्रष्टाचार सामने आ गया। इधर, अधिकारी नहर को जल्द ठीक कराने की बात कह रहे हैं।
टीकमगढ़ जिले में बुन्देलखण्ड पैकेज के तहत जामनी नदी के हरपुरा गांव से लेकर मडिया गांव तक नहर का निर्माण कराया गया है। 45.8 किलोमीटर लम्बी इस नहर के लिए 37.95 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ था।वर्ष 2011-12 से शुरु हुए नहर निर्माण का ठेका सारथी कंस्ट्रक्शन कंपनी ग्वालियर को मिला था। जिसके द्वारा नहर को तैयार कराकर पिछले 3-4 साल पहले ही यह यह नहर जल संसाधन विभाग को सौंपी गई थी। लेकिन घटिया निर्माण के चलते पूर्व की तरह इस वर्ष की मध्यम बारिश में बोरी गांव के अलावा आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर नहर टूट गई।
अब अधिकारी भी कार्रवाई करने की जगह रटा रटाया जवाब दे रहे हैं। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री आरएन यादव का कहना है कि इसे जल्द ठीक करा दिया जायेगा। लेकिन उन किसानों का क्या होगा, जिनकी फसलें बर्बाद हो गई।
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