प्रदीप मालवीय, उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन कलेक्टर कार्यालय में कई घंटों तक सिंहस्थ क्षेत्र में बसी कॉलोनियों के रहवासियों ने हंगामा किया। सैकड़ों की संख्या में लोग कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और रविवार को नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम द्वारा कराई गई मुनादी का विरोध किया। इन लोगों के समर्थन में उज्जैन की तराना विधानसभा के विधायक महेश परमार सहित कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद रहे। इस दौरान काफी देर तक कलेक्टर कार्यालय के बाहर हंगामा चलता रहा।
उज्जैन के उत्तर विधानसभा में सिंहस्थ क्षेत्र भूमि पर कई कॉलोनियां अब तक बन चुकी है। ऐसे में गुलमोहर और ग्यारसी नगर, रामनगर को जिला प्रशासन ने तोड़ने का आदेश जारी किया है। जिसके लिए कल जिला प्रशासन की ओर से मुनादी भी कर दी गई है। लोगों को बुधवार तक मकान खाली करने का समय दिया है। जिला प्रशासन से मकान तोड़ने का नोटिस मिलने के बाद क्षेत्रवासियों में हड़कंप मचा हुआ है। कोई विधायक से मिल रहा है तो कोई साधु संतों से मिलने और मकान को नहीं तोड़ने की गुहार लगा रहे है।
क्षेत्र के लगभग 300 से ज्यादा लोग उज्जैन के जिला कलेक्टर कार्यालय पर अपनी गुहार लगाने के लिए पहुंचे और यहां पर धरना देकर बैठ गए। इस दौरान कांग्रेस विधायक महेश परमार ने एसडीएम कल्याणी पांडे से बात करते हुए उनके पैर तक पड़ लिए। हालांकि इसके बाद एडीएम संतोष टैगोर भी विरोध कर रही जनता और कांग्रेसियों से बात करने पहुंचे।
जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे विधायक महेश परमार ने एडीएम से दो टूक शब्दों में कहा कि आप इनके मकानों को तोड़ने का आदेश निरस्त कर दें अन्यथा विरोध जारी रहेगा और जनता यहां से नहीं हिलेगी। लगभग 3 बजे तक जिला प्रशासन और विरोध कर रही जनता के बीच कोई सामंजस्य नहीं बन सका। फिलहाल सभी लोग उज्जैन कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठे हुए है।
उज्जैन एसडीएम कल्याणी पांडेय ने बताया कि 6 माह पूर्व भी इन लोगों को खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था। तीनों कॉलोनियां को मिलाकर करीब 200 से अधिक रहवासियों को यह नोटिस दिया है। आज समस्या बताने यह लोग आए थे, कलेक्टर साहब से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
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