अजय नीमा, उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में नानाखेड़ा के जयंत परिसर में रहने वाली 40 वर्षीय महिला बीमारी से परेशान होकर शिप्रा नदी के रामघाट पर छलांग लगा दी। जिसे तैराक दल के सदस्यों ने रेस्क्यू कर बचा लिया। तैराक दल के सदस्य नहीं होते तो महिला की जान भी जा सकती थी। महिला ने कहा कि मुझे मर जाने दो, मुझे जिंदा नहीं रहना। आप मुझे छोड़ भी दोगे तो में पुल से कूदकर आत्महत्या कर लूंगी।

दरअसल, पूरा मामला महाकाल थाना क्षेत्र का है। घटना शिप्रा नदी के रामघाट की बताई जा रही है। नानाखेड़ा के जयंत परिसर में रहने वाली 40 वर्षीय प्रियंका पति गोलू नागर ने गुरुवार दोपहर को शिप्रा नदी में छलांग लगा दी। जब महिला डूबने लगी तो घाट पर तैनात तैराक दल के चौकी प्रभारी जगदीश मालवीय और अन्य सदस्यों ने तत्काल रेस्क्यू कर बचाया।

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महिला को घाट पर स्थित पुलिस चौकी पर ले जाया गया, जहां उसने बताया कि वह एक बीमारी से परेशान है। जिसके कारण उसने यह कदम उठाया था। महिला से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित कर तत्काल बुलाया। इस मामले में जांच के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी।

तैराक दल को कहा- आत्महत्या तो करूंगी

जब महिला को तैराक दल के सदस्यों ने बचाया तो उसका कहना था कि मुझे मर जाने दो, मुझे जिंदा नहीं रहना। आप मुझे छोड़ भी दोगे तो में पुल से कूदकर आत्महत्या कर लूंगी।

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