संजय विश्वकर्मा,उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में तहसीलदारों को शासकीय कार्य समय पर नहीं करना भारी पड़ गया. अपर कलेक्टर ने 4 तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाब मांगा है. विधानसभा से संबंधित जानकारी समय पर नहीं देने के कारण यह कार्रवाई की गई है.

अपर कलेक्टर अशोक ओहरी ने तहसीलदार मानपुर रमेश परमार, तहसीलदार कोमल रैकवार तहसील चंदिया, तहसीलदार पाली अनुराग सिंह और भीमसेन पटेल तहसील बिलासपुर को शोकाज नोटिस जारी किया है. उन्होंने कहा है कि लंबित विधानसभा की जानकारी समयावधि में प्राप्त न होने जबाव संतोषप्रद और समाधानकारक न पाए जाने की स्थिति में आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. जिसके लिए आप खुद जिम्मेदार होंगे.

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नोटिस में बताया गया कि विधानसभा उमाकांत शर्मा ने रजिस्टी के आधार पर नांमातरण और अतारांकित प्रश्न क्रमांक भू- राजस्व राशि का संग्रहण में आई भिन्नता के संबंध में कार्यालयीन पत्र प्रेषित कर तत्काल जानकारी चाही गई थी, जो आज दिनांक तक अप्राप्त है. जबकि समयावधि में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए इंटरनल ग्रुप में वार-वार स्मरण कराने के बाद भी आपने विधानसभा के प्रश्नों को गंभीरता से नहीं लिया है.

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जबकि प्रश्नांकित विधानसभा की जानकारी 7 दिसंबर 2021 के पूर्व प्रमुख राजस्व आयुक्त म.प्र. भोपाल की ओर भेजा जाना था. जिस कारण आज दिनांक तक विषयांकित विधानसभा की जतिकारी वरिष्ठ कार्यालय भेजने में विलंब हुआ है, जिसके लिये आप स्वमेव जिम्मेवार है. शासन स्तर से वार-वार स्मरण व दूरभाष पर जानकारी चाही जा रही है. वरिष्ठ कार्यालय के आदेशों का अवहेलना करना, पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही, उदाशीनता एवं कर्तव्यविमुखता किया जाना पाया गया है, जो म.प्र. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के विपरीत है.

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