पीठ पर एक बैग के सहारे भारत की आन-बान और शान का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज लगाएं उल्टे पैर पीछे की ओर चलता हुआ यह युवक मेहुल लखानी भारत की संस्कृति, प्रकृति और गौरवशाली इतिहास का बखान करने भारत भ्रमण पर निकला हुआ है. मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के बनखेड़ी के रहने वाला शिक्षक मेहुल लखानी डोंगरगढ़ से एक तिरंगा लेकर उल्टी चाल की पदयात्रा शुरू करते हुए भारत भ्रमण पर निकल चुका है.

युवक उल्टे पांव चलते हुए राजनांदगांव पहुंचा. डोंगरगढ़ से अपनी यात्रा शुरू करते हुए वह राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई होते हुए रायपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का प्रयास करेंगे और इसके बाद अयोध्या और अन्य राज्यों से होते हुए अपनी इस यात्रा को वह पूरा करेंगे. Read More – ऑलिव कलर के स्विमसूट में Monalisa ने शेयर किया Photo, 41 की उम्र में दिखाई दिलकश अदाएं …

विश्व रिकॉर्ड तोड़ने का उद्देश्य

उसने बताया कि वह मध्य प्रदेश में विद्या भारती का पूर्व आचार्य रह चुका है. 91 वर्ष पहले अमेरिका के एक व्यक्ति द्वारा इसी तरह अपने पीछे की दिशा में चलते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया था. इस विश्व रिकॉर्ड को तोड़कर भारत के लिए यह उपलब्धि हासिल करने और भारत की संस्कृति के प्रचार-प्रसार को लेकर उसने अपनी इस यात्रा की शुरुआत की है. पीछे की ओर चलते हुए भारत के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की इच्छा रखने वाले मेहुल लखानी को मेहुल भारत यात्री के नाम से भी जाना जाता है. Read More – अगहन के गुरुवार : 15 खूबसूरत अल्पना रंगोली डिजाइन से करें मां लक्ष्मी का स्वागत …

मेहुल साइकिल से 46 हजार की यात्रा भी कर चुका है

इससे पहले मेहुल ने भारत की संस्कृति, प्रकृति और इतिहास को लेकर जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश से यात्रा शुरू करते हुए भूटान और नेपाल साइकिल से 46000 किलोमीटर की यात्रा 27 महीने में तय की थी.