भोपाल। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं. जिला पंचायत सदस्य के लिए 875 सीटों पर मतदान हुआ है. जिसकी आज मतगणना हो रही है. कहीं बीजेपी समर्थक तो कहीं कांग्रेस समर्थक का जिला अध्यक्ष बनता दिख रहा है. कुछ जिलों में तस्वीरें पूरी तरह साफ हो गई, तो कुछ जिलों में पेंच फंसता दिख रहा है. तो चलिए बताते हैं कि कहां किसकी जिला सरकार बनने जा रही है.

भोपाल जिला पंचायत में 20 सदस्यों की सीट है. जिसमें 8 कांग्रेस समर्थित और 2 बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों की जीत हुई है. जिला अध्यक्ष कांग्रेस का बनना तय है. जिसके लिए विजया विनोद राजोरिया और रश्मि अवनीश भार्गव अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे हैं. अपनी पत्नियों को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाना चाहते हैं. दोनों कांग्रेस के नेता राजोरिया और भार्गव अपनी पत्नी को अध्यक्ष पद पर बैठाना चाहते हैं. भोपाल के प्रभारी मंत्री बीजेपी के दिग्गजों और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सबसे करीबी मंत्री भूपेंद्र सिंह है.

वार्ड 1. मोहन सिंह जाट

वार्ड 2. देव कुंवर अनिल हाडा

वार्ड 3. विजया विनोद राजोरिया

वार्ड 4. चंद्रेश राजपूत

वार्ड 5. इंद्रा अशोक मीणा

वार्ड 6 नोरंग सिंह गुर्जर

 वार्ड 7 अनुज विनय सिंह मेहर

 वार्ड 8 विक्रम भालेश्वर

वार्ड 9 गंगाबाई मिश्रीलाल

वार्ड 10 रश्मि अवनीष भार्गव

विदिशा जिला पंचायत की 19 सीट हैं. जिनमें से 11 सीटों पर बीजेपी समर्थकों का कब्जा है. 8 सीट कांग्रेस के खाते में है. बाकी तीन 3 सीटें ऐसी हैं, जिनके प्रत्याशी दोनों ही पार्टियों से संबंध रखते हैं. ऐसी स्थिति में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि विदिशा जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा होगा. जिनमें मुख्य रुप से गीता कैलाश रघुवंशी और गायत्री नरेंद्र रघुवंशी का नाम अध्यक्ष के लिए सामने आ रहा है. जिला प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग हैं, जो मूल रूप से भोपाल के रहने वाले हैं.

उज्जैन जिला पंचायत में 21 सीट है. जिसमें भाजपा 11, कांग्रेस 8, निर्दलीय 2 सीट है. अध्यक्ष पद पर भाजपा के काबिज होने की पूर्ण संभावना है. भाजपा से नागदा खाचरौद की राजपूत समाज से राधिका गजेंद्र सिंह प्रबल दावेदार है. जिनके लिए पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत और राजस्थान से गजेन्द्र सिंह शेखावत केंद्र सरकार में जल संसाधन मंत्री है, वो लॉबिंग कर रहे है. दूसरा नाम कमल कुंवर अंतरसिंह देवड़ा है. उज्जैन जिले में 1 मंत्री है. डॉ. मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री. उज्जैन के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा है.

ग्वालियर जिला पंचायत की 13 हैं. जिसमें भाजपा समर्थित 8, कांग्रेस समर्थित 3, बहुजन 1 औऱ 1 निर्दलीय है. भाजपा का अध्यक्ष बन रहा है, लेकिन दो नामों पर मंथन जारी है. जिसके चलते पेंच फंस गया है. पूर्व मंत्री और कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त इमरती देवी टेकनपुर के वार्ड क्रमांक 7 से विजई हुई नेहा परिहार के लिए सदस्यों को मनाने की कोशिश कर रही हैं. वही मंत्री भारत सिंह कुशवाह की पसंद वार्ड 3 से विजयी हुई दुर्गेश डॉ कुंवर सिंह हैं. जिले से कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त इमरती देवी, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त मुन्नालाल गोयल के अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का भी काफी दखल है. कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट प्रभारी मंत्री है.

इंदौर जिला पंचायत में 17 सीटें हैं. जिसमें से 13 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. 4 सीट कांग्रेस जीत पाई है. यहां बीजेपी का अध्यक्ष बनना तय है, लेकिन नाम तय नहीं पाया है.

जबलपुर जिला पंचायत में 17 सीटे हैं. यहां कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया है. कांग्रेस समर्थित 11 प्रत्याशियों (बागी प्रत्याशी भी) की जीत हुई है. 5 सीट पर बीजेपी और एक पर निर्दलीय जीता है. कांग्रेस से एकता ठाकुर का अध्यक्ष बनना तय है. वहीं 10 सदस्य प्रमाण पत्र लेने नहीं पहुंचे हैं.

वार्ड 1. मुन्नी बाई (कांग्रेस)

वार्ड 2. आशा मुकेश गोंटिया (कांग्रेस)

वार्ड 3. रानू साहू (निर्दलीय)

वार्ड 4. विवेक पटेल (कांग्रेस)

वार्ड. 5 इंद्रकुमार पटेल (कांग्रेस)

वार्ड 6. निशा दिलीप पटेल (निर्दलीय)

वार्ड 7. संतोष कुमार बरकड़े (बीजेपी)

वार्ड 8.  एकता ठाकुर (कांग्रेस)

वार्ड 9. सत्येंद्र सिंह (बीजेपी)

वार्ड 10. ठाकुर मनोहर सिंह (बीजेपी)

वार्ड 11. रामकुमार सैयाम (कांग्रेस)

वार्ड 12. सुनीता दहिया (बीजेपी)

वार्ड 13. विद्या सिंह (निर्दलीय)

वार्ड 14. मोनू पुष्पराज बघेल (बीजेपी)

वार्ड. 15 अंजलि गोलू पांडेय (कांग्रेस)

वार्ड 16. प्रदीप कुमार पटेल (कांग्रेस)

वार्ड 17. राजेश सिंह (निर्दलीय)

बड़वानी जिला पंचायत के 14 सीट हैं. जिसमें 10 सीट पर बीजेपी और 4 सीट पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी की जीत हुई है. यहां बीजेपी का जिला अध्यक्ष बनना तय है.

वार्ड 1. करण दरबार (कांग्रेस)

वार्ड 2. बलवंतसिंह पटेल (भाजपा)

वार्ड 3. बर्मा सोलंकी (भाजपा)

वार्ड 4. गीता चौहान (भाजपा)

वार्ड 5. दिना दयाराम पटेल (कांग्रेस)

वार्ड 6. दयाराम डावर (भाजपा)

वार्ड 7. अमृता यादव (भाजपा)

वार्ड 8. सुमन बाई वर्मा (भाजपा)

वार्ड 9. भायदास माहरिया (भाजपा)

वार्ड 10. लेदली बाई नेवल्या (भाजपा)

वार्ड 11. राजकला मोंटू सोलंकी (कांग्रेस)

वार्ड 12. कविता विकास आर्य (भाजपा)

वार्ड 13. जामबाई रमेश (कांग्रेस)

वार्ड 14. जुलाल वसावे (भाजपा)

अलीराजपुर जिला पंचायत में 13 सीट हैं. जिसमें भाजपा के कब्जे में 6, बीजेपी के 3 बागी, कांग्रेस के 2, जयस के 2 सीट हैं. अध्यक्ष बनाने के लिए कुल 7 मतों की आवश्यकता होगी. ऐसे में बीजेपी का जिला अध्यक्ष बनेगा. भाजपा की अनिता नागर सिंह चौहान और सुरेखा ठकराला के नाम को लेकर चर्चा चल रही है. अनिता नागर सिंह चौहान के जिला पंचायत अध्यक्ष बनने की संभावना ज्यादा है, जो कि ग्रेजुएट है. पिछले दफा भी जिला पंचायत अध्यक्ष रही है. मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव है.

वार्ड 1. भदू पचाया (भाजपा)

वार्ड 2. निर्मला भिंडे (भाजपा)

वार्ड 3. बाबू सिंगाड़ (भाजपा बागी)

वार्ड 4. कबू भूरिया (भाजपा)

वार्ड 5. मांगीलाल चौहान (भाजपा)

वार्ड 6. ठाकुर सिंह अजनार (जयस)

वार्ड 7. हजरी अजनार (कांग्रेस)

वार्ड 8. रिंकूबाला (जयस)

वार्ड 9. अनिता चौहान (भाजपा)

वार्ड 10. कैलास (कांग्रेस)

वार्ड 11. हजरीबाई खरत (भाजपा बागी)

वार्ड 12. रायसिंह (भाजपा बागी)

वार्ड 13. सुरेखा ठकराला (भाजपा)

अनूपपुर जिला पंचायत में 11 सीट है. जिसमें कांग्रेस पार्टी समर्पित 5 सीट, भाजपा समर्पित निर्वाचित 2 सीट, जयस 1 और निर्दलीय 3 सीट है. कांग्रेस की जिला अध्यक्ष प्रीति रमेश सिंह का बनना तय है. प्रीति एम.ए पास हैं. प्रीति सिंह के पूर्व एसडीएम रमेश सिंह की पत्नी है. 2018 के विधानसभा चुनाव में एसडीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस सदस्य ली है. वर्तमान में प्रदेश महासचिव के पद पर हैं. जिले में मंत्री बिसाहूलाल सिंह आते हैं. प्रभारी मंत्री मीना सिंह है.

वार्ड 1. किरण देवी चर्मकार (निर्दलीय)

वार्ड 2. भारती (भाजपा समर्थित)

वार्ड 3. पार्वती वाल्मिक राठौर (भाजपा समर्थित)

वार्ड 4. प्रीति सिंह रमेश सिंह (कांग्रेस समर्पित)

वार्ड 5. भूपेंद्र सिंह (बीजेपी)

वार्ड 6. रंजीत सरराटी (कांग्रेस समर्पित)

वार्ड 7.  रामजी रिंकू मिश्रा (कांग्रेस समर्पित)

वार्ड 8). नर्मदा सिंह (कांग्रेस समर्पित)

वार्ड 9. भुनेश्वरी सिंह (जयस)

वार्ड 10. यशोदा (बीजेपी)

वार्ड 11. दरोगा सिंह (कांग्रेस समर्पित)

खरगोन जिला पंचायत में 24 सीट है. जिसमें कांग्रेस 12 सीट, 11 बीजेपी, 2 निर्दलीय और 1 सीट जयस जीती है. जिला अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टी दावा कर रही है. सबकी निगाहें निर्दलीय पर टिकी है. दोनों पार्टियों में खींचतान जारी है. अध्यक्ष के लिए अनारक्षित सीट है.

मंदसौर जिला पंचायत में 17 सीट है. जिसमें भाजपा 8 और कांग्रेस 8 सीट जीती है. 1 निर्दलीय उम्मीदवार जीता है, जो कि भाजपा का ही बागी है. इसलिए जिला अध्यक्ष भाजपा का ही बनेगा. लेकिन कौन होगा इसका फैसला अभी नहीं हो पाया है. वहीं तीन नाम चर्चा में है. जिसमे भाजपा की दुर्गा पाटीदार, निर्मलाबाई पाटीदार और मनुप्रिया यादव शामिल है. मंदसौर जिले से 2 मंत्री है. वर्तमान में प्रभारी मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तिगांव है.

छिंदवाड़ा पंचायत चुनाव में कुल 26 सीट हैं. जिसमें से कांग्रेस के खाते में 12, भाजपा 11 सीट, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 1 और  निर्दलीय 2 सीट जीते हैं, जो कि दोनों कांग्रेस के बागी है. कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनने की पूरी उम्मीद है.

खंडवा जिला पंचायत में 16 सीटें हैं. जिसमें बीजेपी के खाते में 8, कांग्रेस 6 और 2 बागी (बीजेपी) के खाते में गई हैं. खंडवा जिला पंचायत के लिए बीजेपी का जिला अध्यक्ष बनना तय है. भाजपा से बागी होकर चुनाव मैदान में उतरी कंचन मुकेश तानवे का नाम सबसे आगे हैं.

नरसिंहपुर जिला पंचायत की 15 सीट हैं. जिसमें से 9 बीजेपी, 3 कांग्रेस और 3 निर्दलियों ने जीत दर्ज की है. जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए बीजेपी से लक्ष्मी रूपसिंह ठाकुर और ज्योति निलेश काकोडिया प्रबल दावेदार हैं.

अशोकनगर जिला पंचायत की 11 सीट हैं. जिसमें भाजपा के खाते में 8 और कांग्रेस के खाते में 2 सीट है, जबकि 1 अन्य है. इसलिए बीजेपी का जिला अध्यक्ष बनना तय है. जिसके लिए यादवेन्द्र सिंह और शाशी शिवराम सिंह का नाम आगे चल रहा है. दोनों ही प्रत्याशी भाजपा समर्थित है. भाजपा से राज्यमंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव और जिले के प्रभारी मंत्री प्रधुमन सिंह तोमर हैं. यादवेन्द्र सिंह की शैक्षणिक योग्यता MA पास है.

वार्ड 1. शीतल सतेंद्र कलावत (भाजपा)

वार्ड 2. बबीता मोहन यादव (कांग्रेस)

वार्ड 3. शीला जाटव (भाजपा)

वार्ड 4. शशि संग्राम रघुवंशी (भाजपा)

वार्ड 5. जगन्नाथ सिंह रघुवंशी (भाजपा)

वार्ड 6. भूरिया भाई आदिवासी (निर्दलीय)

वार्ड 7. सविता कन्हैलाल लोधी (कांग्रेस)

वार्ड 8. बाईई साहब यादव (भाजपा)

वार्ड 9. अलका यादव (भाजपा)

वार्ड 10. रानी अजय पाल यादव

वार्ड 11. यादवेंद्र यादव (भाजपा)

आगर मालवा जिला पंचायत की 10 सीटें हैं. जिसमें 5 भाजपा और 5 कांग्रेस समर्थित जीते हैं. अध्यक्ष की अनारक्षित सीट है. ऐसे में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए असमंजस बरकरार है. जिला अध्यक्ष की दौड़ में कांग्रेस की विजयालक्ष्मी तंवर और भाजपा की मुन्ना बाई भेरूसिंह चौहान है. विजयालक्ष्मी तंवर कांग्रेस के कद्दावर नेता स्व. रामलाल तंवर की बेटी है. वर्तमान में महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव हैं. इनकी प्रबल संभावना है. यह जिला पंचायत के अध्यक्ष बनेंगे.

धार जिला पंचायत के लिए 28 सीट है. जिसमें से 13 भाजपा, 13 कांग्रेस, 2 सीट निर्दलीय जीती है. भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर है. प्रभारी मंत्री लोककल्याण एवं स्वास्थ मंत्री प्रभुराम चौधरी है.

सिवनी जिला पंचायत में 19 हैं. जिसमें से 10 कांग्रेस, 3 बीजेपी, 6 गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जीती है. जिला अध्यक्ष कांग्रेस का बनेगा. जिले की प्रभारी मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा हैं. कांग्रेस से ब्रजेश बघेल के नाम की चर्चा है, जाति प्रमाण पत्र को लेकर बवाल चल रहा है. बीकॉम ग्रेजुएट हैं. जिला कांग्रेस प्रभारी महामंत्री रहे हैं.

मुरैना जिला पंचायत की 20 सीट है. जिसमें से 10 कांग्रेस, 6 भाजपा और 4 निर्दलीय है. ऐसे में निर्दलीय खेल बिगाड़ सकते हैं. जिला अध्यक्ष की दौड़ में बीजेपी से मधु ऐदल मावई और कांग्रेस से उषा केपी गुर्जर है. दोनों पिछले 10 साल से राजनीति में हैं. प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह है.

सागर जिला पंचायत में कुल 26 सीट है. जिसमें 15 भाजपा, 6 कांग्रेस और 5 निर्दलीय जीते है. बीजेपी का जिला अध्यक्ष बनना तय है. हीरा सिंह राजपूत प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, वो परिवाहन और राजस्व मंत्री के भाई है. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे. कांग्रेस में ग्रामीण अध्यक्ष रहते पार्टी छोड़ी थी.

डिंडोरी जिला पंचायत में 10 सीटें है. यहां भाजपा समार्थित प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया है. भाजपा समर्थित 6 प्रत्याशियों की जीत हुई है. कांग्रेस समर्थित 3 प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. वही 1 प्रत्याशी गौड़वाना गणतंत्र पार्टी समर्थित है. भाजपा के दो विजयी प्रत्याशी जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में है. पहला नाम चेनसिंह भवेदी और दूसरा नाम ज्योति प्रकाश धुर्वे है. कांग्रेस प्रत्याशियों में केवल रुदेश परस्ते ही अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे है, लेकिन उनके पास सदस्य संख्या कम है. आज प्रमाण पत्र वितरण कार्यकम में दो भाजपा समर्थित प्रत्याशी के नहीं पहुंचने से खलबली मच गई है. उनमें प्रीतम सिंह मरावी है, तो दूसरी हेमवती राजपूत है. गौड़वाना गणतंत्र पार्टी ने अपना समर्थन खुलेतौर पर कांग्रेस के रुदेश परस्ते को दे दिया है.

रीवा जिला पंचायत में 32 सीट हैं. चुनाव परिणाम में निर्दलीय प्रत्याशियों का पलरा भारी है. बीजेपी समर्थित 7, कांग्रेस समर्थित 13, बहुजन समाज पार्टी के समर्थित निर्वाचित प्रत्यासी 4, निर्दलीय 8 है. अब जिला पंचायत अध्यक्ष का भाग्य इन्ही निर्दलीय निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य के हाथों में है. क्योंकि जिस पार्टी को यह सभी निर्दलीय अपना समर्थन देंगे, उसी पार्टी के उम्मीदवार को जिला पंचायत का अध्यक्ष बनाया जाएगा.

नर्मदापुरम जिला पंचायत में 15 सीटे हैं. यहां भाजपा समर्थित 10 प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया है. कांग्रेस के समर्थित 3 प्रत्याशियों की जीत हुई है. 2 निर्दलीय है. यहां बीजेपी का जिला अध्यक्ष बनना लगभग तय है.

देवास जिला पंचायत में 18 सीट हैं. इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए अनुसूचित जाति महिला के लिए सीट आरक्षित की गई हैं. कांग्रेस से 12 और भाजपा के 7 सदस्य जीतकर आए है. इसलिए जिला पंचायत में फिलहाल कांग्रेस का पलड़ा भारी है. सूत्रों की माने तो बीजेपी से सोरामबाई और कांग्रेस से लीला पति भेरूलाल अटारिया का नाम जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए लगभग तय हैं. वैसे कांग्रेस से अध्यक्ष बनना तय है. लीला अटारिया के पति भेरूलाल अटारिया सब इंस्पेक्टर हैं. वह पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के करीबी हैं. इसलिए उनकी पत्नी नाम कांग्रेस से अधिकृत प्रत्याशी के रूप में तय माना जा रहा है.

नीमच जिला पंचायत में 10 सीट हैं. जिसमें से 5 बीजेपी, 2 कांग्रेस और 3 निर्दलीय जीते हैं. दोनों पार्टी के पास बहुमत नहीं है. नाम भी सामने नहीं आए हैं. टक्कर देखने को मिलेगी.

सतना जिला पंचायत में 26 सीटें हैं. जिसमें भाजपा को 14, कांग्रेस 7, बासपा 3 और निर्दलीय 2 हैं. यहां बीजेपी का अध्यक्ष बनना तय है.

श्योपुर जिला पंचायत में 10 सीटें हैं. जिसमें 6 बीजेपी, 3 कांग्रेस, 1 बसपा और 1 निर्दलीय है. यहां बीजेपी अध्यक्ष बना सकती है.

दतिया जिला पंचायत में 10 सीट हैं. जिसमें से 6 भाजपा, 2 कांग्रेस, 2 निर्दलीय है. जो कांग्रेस में कई पदों पर रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ समय भाजपा नेताओं से जुड़े हैं. कांग्रेस से दूरी बनाए हैं. भाजपा का अध्यक्ष बनना तय है. अध्यक्ष का नाम अभी तय नहीं है. सदस्यों ने गृहमंत्री पर अध्यक्ष तय करना छोड़ दिया है. जिले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रभारी मंत्री सुरेश राठखेड़ा हैं.

हरदा जिला पंचायत में 10 सीट हैं. जिसमें 6 भाजपा, 1 कांग्रेस, 2 जयस और 1 निर्दलीय प्रत्याशी विजयी घोषित हुए. 1 निर्दलीय प्रत्याशी ने भाजपा को समर्थन दे दिया है. इस प्रकार भाजपा के 7 प्रत्याशी हो गए हैं. वार्ड नं 8 से भाजपा के गजेंद्र शाह का अध्यक्ष बनना लगभग तय हो गया है. गजेंद्र शाह ने प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री विजय शाह के चचेरे भाई पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे भूपेंद्र शाह को हराया है. उपाध्यक्ष के लिए 2 सदस्यों के नाम चर्चा में है. जिसमें राजपूत समाज से वार्ड नं 5 से जीत हासिल करने वाले दर्शन सिंह गहलोद और वार्ड नं 2 से जाट समाज से ललित पटेल का नाम शामिल है.

टीकमगढ़ जिला पंचायत में 17 सीट हैं. जिसमें बीजेपी 10, कांग्रेस 4 , निर्दलीय 3 जीती है. पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती की बहू और विधायक राहुल सिंह लोधी की पत्नी उमिता सिंह लोधी अध्यक्ष पद की दावेदार है.

मंडला जिला पंचायत में 16 सीटें हैं. जिसमें 5 बीजेपी, 4 कांग्रेस, 3 गोंगपा और 4 निर्दलीय जीते हैं. अध्यक्ष तय करने में लिए निर्दलीय अहम भूमिका निभाएंगे.

शहडोल जिला पंचायत की 14 सीटों में सबसे अधिक 5 निर्दलीय और कांग्रेस 2, बीजेपी 6 सीटें जीत पाई हैं. एक सीट गोंगपा के खाते में गई है. अध्यक्ष तय करने में लिए निर्दलीय अहम भूमिका निभाएंगे. वार्ड नं. 1 से प्रभा मिश्रा ( BJP) , वार्ड नं. 2 से दुर्गेश प्रसाद तिवारी (BJP), वार्ड नं. 3 से पुष्पेन्द्र सिंह पटेल (कांग्रेस), वार्ड नं. 4 से पुष्पा शर्मा (निर्दलीय), वार्ड नं. 5 से गुजरात सिंह (कांग्रेस), वार्ड नं. 6 से अंजू रैदास (निर्दलीय), वार्ड नं. 7 से फूलवती (निर्दलीय), वार्ड नं. 8 से अमरवती (गोंगपा), वार्ड नं. 9 से शांति (BJP), वार्ड नं. 10 से रामवती (गुड्डी) सिंह ( निर्दलीय), वार्ड नं. 11 से रेखा पाव (निर्दलीय), वार्ड नं. 12 से जगन्नाथ शर्मा ( BJP), वार्ड नं. 13 से हरिलाल कोल ( BJP), वार्ड नं. 14 से राजेश बैगा (BJP).

दमोह जिला पंचायत में 15 सीटें हैं. जिसमें से कांग्रेस 5 और भाजपा 4, निर्दली 6 है. जिनकी अहम भूमिका अध्यक्ष बनाने में रहेगी. दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल है. दमोह प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत है.

शाजापुर जिला पंचायत में 13 सीट है. जिसमें भाजपा समर्थित 7, कांग्रेस 2, निर्दलीय 4 जीते हैं. भाजपा का अध्यक्ष बनना लगभग तय हो गया है. पूर्व कैबिनेट मंत्री और शाजापुर विधायक हुकुम सिंह कराड़ा के पुत्र राजकुमार कराड़ा हार गए हैं. जिन्हें भाजपा समर्थित उम्मीदवार हेमराज सिंह सिसोदिया ने 4700 वोट से हराया है. बीजेपी से हेमराज सिसोदिया, सुनीता पाटीदार और जगदीश मालवीय के नाम आगे चल रहा है.

कटनी जिला पंचायत के 14 सीटों पर बीजेपी के लगभग 7 लोगों ने विजय हासिल की है. कांग्रेस के 5 लोगों ने जीत हासिल की है. कटनी जिला पंचायत सदस्य के लिए SC सीट निर्धारित हुई है. जिस पर बीजेपी से सुनीता बाई मेहरा अध्यक्ष पद के दावेदार हो सकती हैं.

निवाड़ी जिला पंचायत में 10 सीट है. जिसमें से 5 सीटें भाजपा, 2 सीट कांग्रेस और 3 निर्दलीय है. कांग्रेस का कोई भी नेता अभी तक ज़िला पंचायत अध्यक्ष के लिए दावेदारी करते नज़र नहीं आ रहा है. भाजपा यहां पर मज़बूत स्तिथि बनाए हुए है और भाजपा क़ा उम्मीदवार लगभग बनना तय है. बीजेपी से सरोज राय माता अमित राय जिला उपाध्यक्ष और रोशनी यादव पौत्रवधू पूर्व मुख्यमंत्री राम नरेश यादव अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे हैं. निवाड़ी प्रभारी मंत्री कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव है.

बालाघाट जिला पंचायत में 27 सीटें हैं. जिसमें से 14 कांग्रेस, 6 भाजपा और 7 निर्दलीय हैं. यहां कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तय है.

भिंड जिला पंचायत में 21 सीटें हैं. जिसमें से भाजपा 11, कांग्रेस 7 और निर्दलीय 3 जीते हैं. यहां बीजेपी का अध्यक्ष बन सकता है.

रतलाम जिला पंचायत की 16 सीट में से भाजपा को बढ़त मिली है. जयस की भूमिका भी महत्वपूर्ण रहेगी. भाजपा 7, कांग्रेस 3, जयस 4, निर्दलीय 2 जीते हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अजा महिला के लिए आरक्षित है. इस वर्ग से दो महिलाए चुनाव जीती है. इनमें भाजपा की लालाबाई और निर्दलीय चुनाव जीती रुकमणी मालवीय में से कोई एक जिला पंचायत की अध्यक्ष बनेगी. रुकमणी बाई 2009 से 14 तक जनपद अध्यक्ष रहीं है. 7वीं पास है.

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