शब्बीर अहमद, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के ब्यूरोक्रेसी वाले बयान से प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है. इस बयान के बाद उमा भारती ने सफाई भी दे चुकी हैं. बावजूद इसके मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर सुर्खियों में बनी हुई हैं. उन्होंने ब्यूरोक्रेट्स को नसीहत दी है कि वे निकम्मे सत्तारुढ़ नेताओं से दूर रहें. इसी बीच इस मामले पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के बयान के बाद कांग्रेस ने आड़े हाथों लिया है. उनके इस बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने पलटवार किया है.

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नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करते हुए कहा, ”उमा भारती कह रही है कि “कुछ निकम्मे नेता, अपने निक्कमेपन से बचने के लिये ब्यूरोक्रेसी की आड़ लेते है” और वही आज शिवराज जी ने मिंटो हाल में कहा कि “मंत्रालय में बैठो तो रंगीन पिक्चर खेच कर आनंद दिखा दिया जाता है और फ़ील्ड में जाओ, जनता से पूछो तो आनंद का पता चलता है”.

सलूजा ने आगे कहा है कि ”उमा भारती ने कहा कि यह ग़लत है कि ब्यूरोक्रेसी सरकार चलाती है, नेता से पहले ही बात हो जाती है और शिवराज जी कह रहे है कि ब्यूरोक्रेसी झूठा आनंद दिखाती है. अब दोनो में किसकी बात माने, आख़िर ब्यूरोक्रेसी भाजपा नेताओं के निशाने पर क्यों? भाजपा ब्यूरोक्रेसी का रोज़ अपमान कर रही है.”

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दरअसल, उमा भारती के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ब्यूरोक्रेसी पर तंज कसा है. ब्यूरोक्रेसी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर मंत्रालय में बैठ जाओ तो रंगीन पिक्चर दिखा दी जाती है कि साहब सब आनंद ही आनंद है. पर फील्ड में जाओ तो जनता से मिलकर पता चलता है कि आनन्द कहाँ तक पहुंचा है.

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आपको बता दें उमा भारती ने इससे पहले ब्यूरोक्रेट्स को नेताओं का नौकर बताया था. ब्यूरोक्रेसी कुछ नहीं होती है, ब्यूरोक्रेसी चप्पल उठाने वाली होती है. उन्होंने यह भी कहा था कि ब्यूरोक्रेसी चप्पल उठाती है हमारी. ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमाती है? नहीं…नहीं…पहले अकेले में बात हो जाती है, फिर ब्यूरोक्रेसी अकेले में फाइल बनाकर लाती है.

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