कपिल शर्मा, हरदा। रूसी सेनाओं ने यूक्रेन पर बड़ा सैन्य हमला बोल दिया है. दोनों देशों के बीच जंग जारी है. मध्यप्रदेश के हरदा जिले की तनुजा पटेल भी वहां फंसी हुई है. तनुजा पटेल पोलतवा यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं. हरदा निवासी उनके माता-पिता उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. जिसके चलते वे लगातार चर्चा भी कर रहे हैं. तनुजा ने परिजनों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं सुरक्षित हैं और डिग्री लेकर ही भारत लौटेंगी. रूस और यूक्रेन के बीच वहां पढ़ने वाले और नौकरी करने वाले भारतीयों को वापस लाया जा रहा है.

तनुजा के पिता बलराम पटेल ने बताया कि उनकी बेटी तनुजा इटारसी में नाना स्व. मूलचंद सारन के यहां रहती है. तनुजा के पिता बलराम पटेल जुगरिया हरदा जिले में शिक्षक और मां ममता गृहिणी हैं. 6 साल पहले वह एमबीबीएस-एमडी करने यूक्रेन गई है. दो माह में उनकी डिग्री पूरी हो जाएगी.

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हमने वर्तमान स्थिति को देखते हुए पोलतवा विश्वविद्यालय प्रबंधन से भी बात की है. उन्होंने कहा कि पोलतवा शहर बॉर्डर से 490 किमी दूर है. हम बच्चों का पूरा ध्यान रखे है. उनकी सुरक्षा कर रहे हैं. तनुजा के विश्वविद्यालय में भारत के 1000 स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं, जोकि विभिन्न शहरों से हैं. हरदा से तनुजा अकेली ही है.

चार गुना किराया वसूल रहीं विमानन कंपनियां

पिता के अनुसार यूक्रेन से भारत आने का सामान्य किराया 40 हजार रुपए है, लेकिन विमान कंपनियां अभी दो लाख रुपए तक वसूल रही हैं. अगर तनुजा को हम बुला लेते हैं, तो उसकी डिग्री जो कि पूर्ण होने जा रहा हैं, नहीं मिल पाएगी. चूंकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने भरोसा दिलाया है. इसलिए हमें समझ में नहीं आ रहा कि क्या करें ? वहीं बिटिया ने भरोसा दिलाया कि कुछ दिन की बात है. हम फोन से रोज उससे संपर्क कर हिम्मत जुटा रहे हैं.

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तनुजा से कहा- चिंता की बात नहीं

तनुजा ने कहा कि पोलतवा विश्वविद्यालय परिसर और शहर में सब कुछ सामान्य है. विश्व विद्यालय प्रबंधन ने हमें जाने को नहीं कहा है. हमें विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वास दिलाया कि वे दो महीने का कोर्स यहां रहकर एमबीबीएस की डिग्री लेकर ही जाएं. अगर इस बीच इमरजेंसी बनती है, तो स्पेशल कार्गों से हमें डिग्री देकर भारत भेज देगी. अभी वह यहां सुरक्षित हैं. चिंता की कोई बात नहीं है.

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