हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश में निवेश लाने के साथ लघु और सुक्ष्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग कलस्टर बनाए जा रहे हैं. शुक्रवार को इंदौर में अलग-अलग कलस्टर बनाए जाने को लेकर मैराथन कार्यशाला शुरु हुई है. कार्यशाला में उद्योग विभाग के अधिकारियों और मंत्री के साथ उद्यमियों की चर्चा होगी.
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बता दें कि इंदौर में फर्नीचर और टॉय कलस्टर बनाए जाने को लेकर समहति बन चुकी है. जिस पर जल्द ही कैबिनेट की भी मोहर लग जाएगी. कार्यशाला में विभाग के मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा भी शामिल हुए. उन्होंने भी उद्यमियों से उनकी परेशानी और जाना और सरकार की भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बताया. हालांकि, उद्यमियों के सामने सबसे बड़ी दिक्कत बिजली के बढ़ते हुए दाम को लेकर है. जिसका निकारकरण करने की बात कहीं गई है.
इस मौके पर मंत्री सकलेचा ने कहा कि प्रदेश में एमएसएमई की अपार संभावना है. उसी के तहत सरकार अपनी पॉलिसी बना रही है. कलस्टर के लिए पर्याप्त जमीन है, और जो उद्यमियों की दिक्कतें हैं उसे भी दूर किया जा रहा है.
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औद्योगिक विकास से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने दावा किया कि हम चाइना से बेहतर स्थिति में हैं. हमने चाइना के आगे बढ़ने के कारणों को चिन्हित किया तथा अपनी कार्ययोजना में शामिल किया है. सकलेचा ने कहा सभी औद्योगिक निवेश आगामी 18 महीने में प्रारंभ हो जाएंगे. हजारों एकड़ जमीन निकाल अलॉट करने की प्रक्रिया अगले दो महीने में पूरी हो जाएगी. बिना अतिक्रमण तोड़े बिना किसी को हटाए सरकार की जमीनों को चिन्हित कर रोजगार प्रदाता को उपलब्ध कराएंगे.
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