नई दिल्ली. रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industry)  के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने माना है कि देश की अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर से गुजर रही है. अरबपति भारतीय उद्योगपति ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती अस्थाई है और मोदी सरकार द्वारा पिछले कुछ समय में उठाए गए कदमों से आने वाली तिमाहियों में इसके रुख को पलटने में मदद मिलेगी.

सऊदी अरब में होने वाले सालाना निवेश सम्मेलन में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार द्वारा अगस्त के बाद से किए गए सुधारों का परिणाम आने वाले कुछ तिमाही में देखने को मिलेगा. अंबानी ने कहा, ‘हां, भारतीय अर्थव्यवस्था में हल्की सी सुस्ती रही है लेकिन मेरा विचार है कि ये अस्थाई है.’ रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन ने कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान जो भी सुधार के उपाय किए गए हैं, उनका रिजल्ट सामने आएगा.

सरकार द्वारा उठाए कदम का अगले कुछ तिमाही में दिखेगा असरः अंबानी

अंबानी ने कहा कि उनको उम्मीद है कि अगले कुछ तिमाही में ये स्थिति बदलेगी. मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा कि भारत और सऊदी दोनों देशों के पास आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, युवा आबादी और नेतृत्व सब कुछ है. भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था कहा जाता रहा है लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था के ग्रोथ रेट में पिछले पांच तिमाही में गिरावट देखी जा रही है और अप्रैल-जून 2019 की तिमाही में ये घटकर 5 पर आ गई. एक साल पहले, जीडीपी 8 फीसदी की ऊंचाई पर थी. साल 2013 के बाद ये सबसे कम वृद्धि दर है.

विपक्ष आर्थिक नीतियों की करती रहा है आलोचना

इसके लिए निवेश में आई सुस्ती और खपत एवं उपभोग में आई कमी को कारण बताया जा रहा है. दूसरी तरफ, सरकार ने सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ उपाय किए हैं. एनबीएफसी में नकदी की स्थिति को सरल बनाने के उपाए किए गए हैं, सार्वजनिक क्षेत्र में बैंकों में नई पूंजी डाली गई है और कंपनियों के लिए टैक्स रेट में बड़ी कटौती की गई है. वहीं, अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार की आर्थिक नीति पर सवाल उठा रहा है.