नालंदा/ वीरेंद्र कुमार की रिपोर्ट…

mukesh sahani vip party news नालंदा जिले के चंडी प्रखंड में बुधवार को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने ज़िला कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने एनडीए गठबंधन को लेकर बड़ा बयान देते हुए साफ शब्दों में कहा कि जब तक केंद्र सरकार मल्लाह जातियों को आरक्षण नहीं देती, उनकी पार्टी एनडीए में शामिल नहीं होगी।

कोई बातचीत नहीं करेंगे।

सहनी ने कहा की हम मर जाएंगे लेकिन एनडीए में वापस नहीं जाएंगे, जब तक मल्लाह जातियों को उनका संवैधानिक अधिकार नहीं मिल जाता। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अब वे बिहार बीजेपी के किसी भी नेता से कोई बातचीत नहीं करेंगे। सम्मेलन में जिले भर से आए कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने जोश और उत्साह के साथ अपने नेता का स्वागत किया और संगठन को मज़बूत करने का संकल्प दोहराया।

बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करेंगे

चंडी प्रखंड स्थित एक निजी सभागार में आयोजित इस सम्मेलन में आगामी 2025 विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। मुकेश सहनी ने पार्टी की चुनावी रणनीति साझा करते हुए कहा कि वीआईपी नालंदा के सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, हमारा नारा है सरकार बनाओ, अधिकार पाओ। महागठबंधन की सरकार बनना तय है और हम तेजस्वी यादव के नेतृत्व में अधिक से अधिक सीटें जीतकर बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करेंगे।

कार्यकर्ता पूरे जोश में हैं।

मीडिया से बातचीत में सहनी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में उमड़े जनसैलाब को लेकर उत्साह जताया और कहा की नीतीश कुमार के इलाके में इतना बड़ा हल्ला बोल अपने आप में एक महत्वपूर्ण संकेत है। आप देख सकते हैं कि किस प्रकार यहां जनसैलाब उमड़ा है और हमारे कार्यकर्ता पूरे जोश में हैं।

सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करना

उन्होंने बताया कि महागठबंधन राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जिनमें सीटों का बंटवारा वीआईपी, कांग्रेस और राजद के बीच होगा। सहनी ने कहा कि उनका लक्ष्य सिर्फ अपनी पार्टी की सीटें जीतना नहीं है, बल्कि गठबंधन की सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करना है।

रणनीति के तहत मैदान में उतर चुका है

कार्यक्रम में वीआईपी के जिला अध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र कुमार बिंद सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। सम्मेलन से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि महागठबंधन अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गढ़ में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की रणनीति के तहत मैदान में उतर चुका है।