नितिन नामदेव, रायपुर। कथित सेक्स सीडी कांड में सीबीआई के सुप्रीम कोर्ट में दीगर राज्य में सुनवाई करने के आवेदन को वापस लेने के साथ राज्य में सुनवाई होने का रास्ता खुल गया है. इस पर भाजपा विधायक राजेश मूणत ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि डर के कारण सीबीआई को प्रतिबंधित किया था. यह भी पढ़ें : जमीन का बनाया फर्जी दस्तावेज, कलेक्टर ने नगर सैनिक, शिक्षा विभाग के क्लर्क सहित 10 लोगों पर एफआईआर दर्ज करने का दिया निर्देश…

पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले सीबीआई को प्रतिबंधित किया था. मामले में चालान पेश होने वाला था, उससे पहले प्रतिबंध लगाया गया था. हमने कोर्ट में आवेदन दिया था, जिसके बाद यहां पर सुनवाई होगी.

वहीं मामले में पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने गोलमोल करके इस पूरे प्रकरण को पेचीदा किया है. आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट होगी. क्या-क्या कारण हैं, स्पष्ट होगा. किस प्रकार से केस वापस किया गया है, यह भी स्पष्ट हो जाएगा.

बता दें कि सीबीआई ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आवेदन देकर सेक्स सीडी कांड की सुनवाई दीगर राज्य में करने का आवेदन वापस ले लिया था. सीडी कांड 27 अक्टूबर 2017 को उजागर हुआ था. तत्कालीन रमन सिंह सरकार ने मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया था. इस प्रकरण में चालान पेश हो चुका है, लेकिन आगे की सुनवाई कानूनी अड़चनों के कारण नहीं हो पा रही है.

इस मामले में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और कांग्रेस नेता विनोद वर्मा को गिरफ्तार भी किया था. मामले में विनोद वर्मा के नोएडा स्थित निवास पर भी छापेमारी की थी. यही नहीं वो करीब तीन महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर छूटे थे. इस मामले में सीबीआई ने करीब 2 सौ लोगों को गवाह बनाया है.