रोहित कश्यप, मुंगेली। एक तरफ जहां जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग सीएम भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट वाली योजना स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए लगातार प्रयारत है. वहीं दूसरी तरफ मुंगेली के दाऊपारा स्थित स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मीडियम स्कूल प्रबंधन जिले के शिक्षा विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों के शिक्षा गुणवत्ता में सुधार अभियान पर पानी फेरने में लगे हैं.

यही वजह है कि स्कूल के निरीक्षण में पहुंचे बतौर नोडल अधिकारी ने जब स्कूल की नाकामियां बताने की कोशिश की, तो नाकामियों को दूर करने की बजाय उल्टे निरीक्षण अधिकारी के साथ ही प्राचार्य आईपी यादव के द्वारा दुर्व्यवहार कर दिया गया.

इसकी शिकायत नोडल अधिकारी अशोक कश्यप ने जिला शिक्षा अधिकारी सरिता राजपूत के समक्ष लिखित में दर्ज कराई, जिसके बाद डीईओ ने इस स्कूल के प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है.

हालांकि यह जांच का विषय है कि मामले में किस तरह से कार्रवाई होगी, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या ऐसे मामले को संज्ञान में लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए.

स्कूल के प्राचार्य ने जिस तरह से नोडल अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार की, उससे तो यही लगता है कि उन्हें उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश का कोई परवाह नहीं है, तभी तो जांच में मिले खामियों को दूर करना छोड़ मनमानी पर उतर आए हैं. ऐसे गंभीर मामले को न सिर्फ जिला प्रशासन बल्कि सरकार को भी संज्ञान में लेना चाहिए.

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