DFO और रेंजर की कहानी: कहते हैं शौक बड़ी चीज होती है. अगर ये शौक दूसरों की दौलत से पूरी हो तो फिर शक्कर से भी मीठी होती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें स्वाद, जरूरत, चटखारे और सुकून भरा है. मामला छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले का है. जहां DFO एक रेंजर के करीब 1 लाख 2 हजार निगल गई. ये रकम ऐसे ही खर्च नहीं हुए. इससे राशन, साग-सब्जी, फल, अंडा, मछली, मीट, चिकन, बिरयानी, बच्चों के खिलौने से लेकर घर की खिड़कियों के पर्दे और जमीन पर बिछाने की कालीन तक लिए गए. ये हम नहीं एक रेंजर के इल्जाम हैं, जिसने थाने में शिकायत कर पैसे की मांग की है.

चिकन, बिरयानी और राशन के नहीं मिले पैसे- फेकूराम

दरअसल, छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में तैनात डीएफओ शमा फारूकी पर एक रेंजर ने गंभीर आरोप लगाए हैं. रेंजर का नाम फेकुराम लस्कर है. फेकूराम के मुताबिक महिला अधिकारी ने उससे चिकन, बिरयानी, राशन समेत बच्चों के खिलौने तक मंगवाए, लेकिन उसके 1 लाख 2 हजार रुपये नहीं दिए. रेंजर ने आरोप लगाया कि मांगने पर गालियां देती है, सस्पेंड कराने की धमकी देती हैं.

‘मालिश के भी नहीं दिए पैसे’

रेंजर फेकूराम का आरोप है कि डीएफओ की सलाह पर मैं चंद्रकुमारी पात्रे नाम की महिला को ले गया था. अधिकारी की मालिश की. मसाज के लिए 12 हजार रुपये दिए. ये पैसे भी मैंने दे दिए, कुल मिलाकर मैंने 1 लाख 2 हजार रुपए दिए, फिर जब मैंने अधिकारी से रुपये मांगे तो वह गाली देने लगी.

नौकरी से निकालने की धमकी

रेंजर ने आरोप लगाया कि वह मुझे नौकरी से निकालने की धमकी देती है. वह कहती है कि वह PCCF अधिकारी से बात करके निलंबित करवा देगी. आप कुछ दिनों में रिटायर होने वाले हैं, क्या आप ठीक से रिटायर नहीं होना चाहते हैं ? रेंजर होने के नाते आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते.

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