रायपुर. बीजापुर जिले के सारकेगुड़ा में वर्ष 2012 में हुई नक्सली मुठभेड़ के दावे की रिपोर्ट आ गयी है. इस मुठभेड़ को आयोग ने फर्जी करार दिया है, जिसमें 17 आदिवासियों की मौत हो गयी थी, आम आदमी पार्टी सारकेगुड़ा में बीज पंडुम के लिए एकत्रित हुए आदिवासियों पर अंधाधुन फायरिंग कर उनकी इस नरसंहार के दोषियों के खिलाफ हत्या का जुर्म दर्ज कर मुकदमा चलाने की मांग कर रही है.
प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी ने कहा कि सारकेगुड़ा की दिल दहला देने वाली बेहद शर्मनाक घटना थी, जहां मासूम बच्चों की भी नहीं छोड़ा गया. इस हत्या से जुड़े सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर सेवा से बर्खास्तगी की कार्यवाही की जानी चाहिए.
प्रदेश उपाध्यक्ष एवं आदिवासी नेता बल्लू राम भवानी ने कहा कि सारकेगुड़ा मानव समाज के लिए अशोभनीय घटना है. रिपोर्ट आने के बाद सच्चाई देश के सामने है. घटना में पीड़ित सभी आदिवासी परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा सरकार दे. साथ ही आगे भी आदिवासियों पर हो रही ज्यादतियों पर सरकार को लगाम लगानी चाहिए. इस तरह के सभी मामलों पर गहराई से जांच होनी चाहिये.