नई दिल्ली. शेयर मार्केट और म्प्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों की आमतौर पर ऐसी धारणा होती है कि म्यूचुअल फंड बहुत ही सुरक्षित और एक दायरे में 12-15 फीसदी का रिटर्न सालाना देते हैं. लेकिन अग्रणी म्यूचुअल फंड आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के मल्टी असेट फंड कटेगरी ने इस दावे को गलत ठहराते हुए 17 सालों में 26 गुना का रिटर्न निवेशकों को दिया है. यानी किसी ने इसकी स्थापना के समय एक लाख रुपए लगाए होंगे तो वह 17 साल में 26 लाख रुपए हो गया.
अर्थलाभ डॉट कॉम के आंकड़े बताते हैं कि किसी ने अगर एकमुश्त इसमें 10 लाख रुपए 17 साल पहले लगाए होंगे तो वह राशि आज 2.6 करोड़ रुपए हो गई है जबकि इसी अवधि में इसके बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स में यह राशि महज 1.5 करोड़ रुपए हुई है. मल्टी असेट कटेगरी में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एक बेहतर उत्पाद साबित हुआ है. 31 अक्टूबर 2002 को पेश किए गए इस फंड का प्रबंधन जाने माने फंड प्रबंधक एस. नरेन करते हैं. स्थापना के समय से इस फंड ने 21.32 फीसदी सीएजीआर की दर से रिटर्न दिया है और निवेशकों का विश्वास इसमें बना हुआ है.
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दरअसल निवेशकों के पास रणनीतिक रूप से असेट एलोकेशन मिक्स होना चाहिए यानी उसमें बैलेंस्ड, स्ट्रक्चर्ड पोर्टफोलियो हो जो अलग-अलग माहौल में बेहतर प्रदर्शन करे. मल्टी असेट कटेगरी इक्विटी में 10-8- फीसदी, डेट में 10-35 फीसदी, गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ में 10-35 फीसदी, रिट और इनविट्स में 0-10 फीसदी का निवेश करती है. मल्टी असेट का मतलब सभी परिसंपत्तियों में निवेश करने से होता है. अर्थलाभ डॉट कॉम के आंकड़ों को मुताबिक आईप्रू के मल्टी असेट में किसी ने 10 हजार रुपए मासिक एसआईपी 2002 से की होगी तो यह राशि 99.53 लाख रुपए हो गई है जबकि निवेश की राशि महज 20.4 लाख रुपए रही है.
उपरोक्त रिटर्न इसलिए संभव होते हैं क्योंकि स्कीम का मल्टी कैप का नजरिया इसके इक्विटी निवेश पर होता है. इसका मतलब यह हुआ कि इक्विटी एलोकेशन सभी बाजार चक्रों में होता है यानी संबंधित मूल्यांकन के आधार पर लॉर्ज, मिड और स्माल कैप का समावेश होता है. साथ ही स्कीम उन स्टाकों और सेक्टरों में निवेश करती है जो लोकप्रिय नहीं होते हैं लेकिन लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन करते हैं. इस स्कीम ने 5, 10 सालों की अवधि में कभी भी निगेटिव रिटर्न नहीं दिया है.