रायपुर। हमारा छत्तीसगढ़ एक खुबसूरत प्रदेश है, जहां पर अपार प्राकृतिक सौंदर्य है. जहां बस्तर में चित्रकोट तथा तीरथगढ़ जलप्रपात, कुटूमसर की गुफाएं जैसे सुंदर प्राकृतिक स्थल है, वहीं उत्तर में सरगुजा अंचल के कोरिया जिले में सीतामढ़ी हरचौका एवं सरगुजा जिले के रामगढ़ में सीता बेंगरा तथा लक्ष्मण बेंगरा गुफा है, जहां पर वनवास काल में राम-सीता आने के चिन्ह मिलते हैं. छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (नाचा) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल शामिल हुईं राज्यपाल अनुसुईया उइके ने यह बात कही.

राज्यपाल अनुसुईया उइके ने नाचा संस्था के सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि मुझे खुशी है सैकड़ों मील दूर रहकर भी हमारे छत्तीसगढ़वासी यहां की यादों को संजोए हुए हैं, और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्योत्सव का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को बने 20 वर्ष होने जा रहा है. राज्य गठन के बाद इन वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक ठोस धरातल निर्मित हुआ है. इस दौर में राज्य में विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक रूप से भी एक अलग पहचान बनी है. पूर्व में पिछड़े क्षेत्र के रूप में देखे जाने वाले इस क्षेत्र को अब दुनिया व्यापक संभावनाओं वाले राज्य के रूप में देख रही है. सबसे अच्छी बात है छत्तीसगढ़ राज्य और यहां के लोगों ने यहां की छिपी असीम संभावनाओं को पहचाना है. इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव की बधाई दी.

राज्यपाल ने कहा कि किसी भी प्रदेश की उन्नति में एनआरआई कम्यूनिटी का बहुत बड़ा योगदान होता है, जिसमें नाचा अहम भूमिका निभा रहा है. उन्होंने आग्रह किया कि छत्तीसगढ़ के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दें और शासन के साथ मिलकर अपने प्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाएं. इस अवसर पर अरपा पैरी के धार सहित छत्तीसगढ़ी गीत एवं लोकनृत्य सहित अन्य नृत्यों का प्रदर्शन किया गया.

कार्यक्रम में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री अंतर्राष्ट्रीय गायक वंदना विश्वास, अमेरिका के गायक चन्द्रकांत साहू, गायक सुनील मानिकपुरी, गायिका आरू साहू, गायिक लक्ष्मी करियारे, गायक सूरज श्रीवास, राजेश सिंह, आस्ट्रेलिया के गायक नीरज शर्मा, घनश्याम मिर्झा, श्री निर्मल कुमार व अन्य ने प्रदर्शन दिया. कार्यक्रम को भारतीय काउंसुल जनरल, अमेरिका डॉ. टीव्ही नागेन्द्र प्रसाद और नेपेरूइले सिटी मेयर स्टीव शिरिको ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर नाचा संस्था के अध्यक्ष गणेश कर, कवि पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे, अभिनेता अनुज शर्मा, नाचा संस्था के संस्थापक दीपाली सरायगी, नाचा के जनरल सेक्रेटरी सोनल अग्रवाल तथा अजय पांडेय भी उपस्थित थे.