Nagpur Violence: नागपुर हिंसा के कथित मास्टरमाइंड फहीम खान के निवास पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है. पुलिस और प्रशासन की उपस्थिति में फहीम खान के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जा रहा है. यह घर फहीम की पत्नी के नाम पर रजिस्टर है और इसका क्षेत्रफल 86.48 वर्ग मीटर है. फहीम की मोमिनपुरा क्षेत्र में एक बुर्के की दुकान है. यह माना जा रहा है कि उसने कुछ वीडियो जारी किए और उत्तेजक बयान दिए, जिसके परिणामस्वरूप नागपुर में उपद्रव हुआ. पुलिस ने फहीम खान को पिछले मंगलवार को गिरफ्तार किया था और उसे अदालत में पेश किया गया.

नागपुर हिंसा के संदिग्ध मास्टरमाइंड फहीम खान के खिलाफ 21 मार्च को एक नोटिस जारी किया गया था. BMC ने 24 घंटे के भीतर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने का निर्देश दिया था. अवैध निर्माण को न तोड़ने पर आज नगरपालिका ने कार्रवाई की है.

नागपुर नगर निगम (NMC) ने फहीम खान के दो मंजिला मकान को अवैध निर्माण मानते हुए उन्हें 24 घंटे के भीतर ढांचा हटाने का नोटिस जारी किया था. हालांकि, जब उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो अब प्रशासन स्वयं कार्रवाई करने की योजना बना रहा है. यह कार्रवाई संजय बाग कॉलोनी में स्थित फहीम खान की संपत्ति पर की जाएगी, और यह पहली बार है जब NMC किसी हिंसा के आरोपी की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने का निर्णय ले रहा है.

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CM देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा था?

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में यह बयान दिया था कि ‘यदि कानून इसकी अनुमति देता है, तो बुलडोजर का उपयोग किया जाएगा.’ उनसे यह सवाल किया गया था कि क्या महाराष्ट्र में भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह न्याय प्रदान करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.

फहीम खान के आवास को ध्वस्त करने की प्रक्रिया सोमवार सुबह 10 बजे से भारी पुलिस सुरक्षा के साथ शुरू होने की संभावना है. NMC ने 21 मार्च को एक नोटिस जारी करते हुए बताया था कि यह 86.48 वर्गमीटर का घर, जो फहीम खान की पत्नी जहिरुन्निसा के नाम पर है, अवैध निर्माण के तहत आता है.

20 मार्च को नगर निगम के अधिकारियों ने इस आवास का निरीक्षण किया और महाराष्ट्र क्षेत्रीय एवं नगर योजना अधिनियम, 1966 के उल्लंघन का उल्लेख किया. अधिकारियों के अनुसार, इस आवास के लिए कोई भवन योजना स्वीकृत नहीं थी, जिससे यह अवैध निर्माण के अंतर्गत आता है. शनिवार को नागपुर पुलिस ने फहीम खान की अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) से जुड़े हिंसा के आरोपियों द्वारा उपयोग की गई दो दुकानों को भी सील कर दिया.

नागपुर में हटाया गया कर्फ्यू

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को घोषणा की कि नागपुर में कर्फ्यू समाप्त कर दिया गया है, क्योंकि वहां की स्थिति अब पूरी तरह से सामान्य हो गई है. उन्होंने बताया कि नागपुर में शांति का माहौल है और किसी भी स्थान पर तनाव की कोई स्थिति नहीं है. सभी धर्मों के लोग मिल-जुलकर शांति से रह रहे हैं, इसलिए कर्फ्यू को हटाने का निर्णय लिया गया है.

गत 17 मार्च को हुई हिंसा के बाद नागपुर के कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामबाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू किया गया. उस समय शहर के कई हिस्सों में पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं, जब यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित प्रदर्शन के दौरान एक पवित्र पुस्तक की पंक्तियों वाली चादर को कथित रूप से जलाया गया.

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नागपुर हिंसा में अब तक 112 आरोपी गिरफ्तार

हिंसा के दौरान पुलिस उपायुक्त स्तर के तीन अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इस मामले में शनिवार को सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिससे हिरासत में लिए गए लोगों की कुल संख्या 112 हो गई. इससे पहले, 20 मार्च को नंदनवन और कपिल नगर थाना क्षेत्रों से तथा 22 मार्च को पचपावली, शांति नगर, लकड़गंज, सक्करदरा और इमामबाड़ा क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया गया था.

नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर सिंघल ने रविवार को दोपहर तीन बजे से गणेशपेठ, तहसील और यशोधरा नगर थाना क्षेत्रों में लागू कर्फ्यू को समाप्त करने का निर्देश दिया. एक अधिकारी के अनुसार, संवेदनशील क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस की तैनाती के साथ-साथ गश्त का कार्य जारी रहेगा.