मुंबई। ऑनलाइन सट्टा एप ‘महादेव बुक’ से जुड़े मामले में मुंबई पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर डाबर ग्रुप के चेयरमैन मोहित बर्मन और डायरेक्टर गौरव बर्मन पर भी एफआईआर दर्ज किया है. पुलिस ने यह कार्रवाई एक हफ्ते पहले की गई है.

‘महादेव बुक’ एप को लेकर ईडी लगातार छत्तीसगढ़ में कार्रवाई कर रही है. चुनाव की वजह से छत्तीसगढ़ में यह मुद्दा सियासी रंग ले चुका है. जानकारी के अनुसार, पिछले हफ्ते एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बैंकर की शिकायत पर कुर्ला मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश पर मुंबई पुलिस ने ‘महादेव बुक’ एप को लेकर एफआईआर दर्ज किया गया है, जिसमें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के अलावा आरोपियों में उद्योगपति मोहित बर्मन और गौरव बर्मन का नाम शामिल किया गया है. एफआईआर में कुल 31 लोगों को आरोपी बनाया गया है.

सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर दर्ज एफआईआर के अनुसार, आरोपी चंदर अग्रवाल और लंदन निवासी दिनेश खंबाट भारत में आयोजित क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग के लिए मुख्य सट्टेबाज हैं. यह वेबसाइटों और एप्स के जरिए भी किया जाता है. आरोपी अमित शर्मा इन दोनों से जुड़ा हुआ है, वो इस प्रक्रिया में उनकी मदद करता है. चंदर अग्रवाल की लीग में बैकडोर पार्टनरशिप है, और उनकी मदद दुबई के कनेक्टिंग पर्सन हेमंत सूद और रोहित कुमार मुर्गोई करते हैं.

शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार, रोहित कुमार मुर्गोई और दिनेश खंबाट, डाबर के चेयरमैन और डायरेक्टर मोहित बर्मन और गौरव बर्मन से जुड़े हुए हैं. इन दोनों की क्रिकेट लीग की एक टीम में इक्विटी हिस्सेदारी है. प्लेयर्स बुक वेबसाइट पोर्टल के संचालन के लिए उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ साझेदारी की है. शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग में आरोपियों की संलिप्तता के बारे में ज्यादा जानकारी और सबूत हासिल करने के लिए मोहित बर्मन, गौरव बर्मन और हरेशी कालाभाई और उनके अन्य सहयोगियों के बारे में जांच की जानी चाहिए.