वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोमवार को मानव इतिहास का नया अध्याय गढ़ दिया, जब मंगल ग्रह पर नासा के छोटे से रोबोट हैलिकॉप्टर इनजिनियुटी (Ingenuity) ने पहली बार उड़ान भरी. यह पहली बार है जब पृथ्वी से 173 मिलियन मील दूर मंगल ग्रह में एक हैलिकॉप्टर को संचालित किया गया है.

मंगल ग्रह पर दो रोटर वाले हैलिकॉप्टर की उड़ान नासा के लिए 21वीं सदी के राइट बंधु की उपलब्धि जैसा है. इसकी सफलता से न केवल मंगल ग्रह बल्कि वीनस और सैटर्न के चांद टाइटन में खोज का एक नया तरीका सामने आया है. नासा के जेट प्रापल्शन लेबोरेटरी के मिशन मैनेजर ने जानकारी देते हुए बताया कि 1.8 किग्रा वजन वाले सोलर पावर इनजिनियुटी ने 39 सेकंड की अपनी पहली उड़ान भरी है.

हैलिकॉप्टर पर लगे अल्टीमीटर के अनुसार, हैलिकॉप्टर (रोटोरक्राफ्ट) ने 0734 जीएमटी पर उड़ान भरी और तयशुदा प्रोग्राम के अनुसार 10 फीट ऊपर उठा, इसके बाद मंगल ग्रह की सतह पर आधा मिनट तक चक्कर काटने के बाद सुरक्षित तौर पर अपने चारों पैर के जरिए लैंड कर गया. नासा ने उड़ान के दौरान की तस्वीरों को भी साझा किया है.